1. सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट की दुनिया में कई नए शॉट को लाने वाले सचिन ने सबसे पहले होटल के कारोबार में कदम बढ़ाया। सचिन तेंदुलकर ने 2002 में अपना रेस्टोरेंट मुंबई में खोला था। इसका नाम उन्होंने ‘तेंदुलकर्’स्’ रखा। उन्होंने नामी-गिरामी होटल व्यवसायी संजय नारंग के साथ मिलकर इसकी शुरुआत की थी। इसके बाद नॉर्थ मुंबई में एक और रेस्टोरेंट खोला जिसका नाम उन्होंने ‘सचिन्’स्’ रखा। इसके बाद बेंगलुरू में भी इसकी एक शाखा उन्होंने खोली। लेकिन इतना बड़ा क्रिकेट स्टार होने के बावजूद सचिन का ये रेस्टोरेंट ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाया। 2007 में दोनों ही रेस्टोरेंट बंद हो गए।
सचिन के नक्श-ए-कदम पर चलते हुए दादा के मशहूर पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने भी होटल का कारोबार शुरू किया। सौरभ गांगुली ने 2004 में अपने होम टाउन कलकता में सौरभ-द् फूड पवेलियन नाम से रेस्टोरेंट खोला। शुरुआत में गांगुली का यह रेस्टोरेंट काफी अच्छा चला। कुछ साल पहले तक लोग यहां के माहौल से प्रभावित होकर खिंचे चले आते थें। हालांकि बाद में सौरभ को इसमें नुकसान होने लगा। इसका कारण भी था। सौरभ इस पर उतना ध्यान नहीं दे पा रहे थें। अंतत: सौरभ का रेस्टोरेंट 2011 में पूरी तरह से बंद हो गया।
सचिन-सौरभ के बाद सहवाग कहां पिछे रहने वाले थें। सहवाग ने भी रेस्टोरेंट खोलने का ऐलान कर दिया। दिल्ली के मोती नगर इलाके में खोले गए इस रेस्टोरेंट का नाम उन्होंने सहवाग’स्’ फेवरिट रखा। 2006 में खोले गए इस रेस्टोरेंट में सिर्फ वेजिटेरियन खाना ही मिलता था। शुरुआत के कुछ महीनों तक तो इस रेस्टोरेंट ने अच्छा-खासा बिजनेस किया, लेकिन उधर सहवाग ऑउट ऑफ फॉर्म हुए और इधर उनका रेस्टोरेंट भी ऑउट ऑफ फॉर्म हो गया। रेस्टोरेंट में अपने पार्टनर के धोखे के कारण ये रेस्टोरेंट उन्हें बंद करना पड़ा। सहवाग के रेस्टोरेंट का मामला अब भी अदालत में चल रहा है।
होटल के कारोबार में सफलता पाने वाले जहीर पहले भारतीय क्रिकेटर है। अभी जहीर के पास रेस्टोरेंट्स का एक चेन है। जहीर खान ने अपना पहला रेस्टोरेंट पुणे में खोला था, जिसका नाम उन्होंने जेके’स्’ रखा। जिसके बाद वो बैंक्वेट फ्वॉयर नाम की कंपनी के मालिक भी बने, ये कंपनी कॉर्पोरेट इवेंट का काम देखती है। 2013 में पुणे में ही जहीर ने एक लॉन्ज खोला जिसका नाम ‘टॉस’ रखा। इस लॉन्ज के उद्घाटन के समय टीम के कुछ साथी खिलाड़ी भी मौजूद थें।
जडेजा ने साल 2012 में अपने रेस्टोरेंट की शुरुआत की थी। उस समय जडेजा भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे। तभी जडेडा ने अपने लंकी नंबर 12 को पूरी तरीके भनाते हुए 12.12.12 को रेस्टोरेंट खोला। यह उनके लिए सच में काफी लंकी साबित हुआ। इसके एक दिन बाद 13 दिसंबर 2012 से उन्होंने अपने टेस्ट क्रिकेट की भी शुरुआत की। जब जडेजा के इस नए रेस्टोरेंट का उद्घाटन हुआ तब वो भारतीय टीम के साथ थें।