पिछले आईपीएल सीजन में इन सभी खिलाड़ियों का प्रदर्शन टीम के लिए सिरदर्द बन गया था।
IPL Auction 2019: रिटेन किए गए ये खिलाड़ी टीम के लिए बन सकते हैं सिरदर्द, प्रदर्शन है बड़ी वजह
जयपुर। आईपीएल 2019 की नीलामी में घरेलू क्रिकेट के कई खिलाड़ियों ने बड़े-बड़े दिग्गज खिलाड़ियों को पछाड़ दिया है। इस नीलामी के शुरू होने से पहले आईपीएल की सभी टीमों ने अपने कई खिलाड़ियों को रिटेन किया। इनमें चेन्नई सुपरकिंग्स ने अपने सबसे ज्यादा खिलाड़ियों को रिटेन किया। चेन्नई ने कुल 23 खिलाड़ियों को रिटेन किया, जिसमें 15 भारतीय और आठ विदेशी खिलाड़ी हैं।
चेन्नई ने रिटेन खिलाड़ियों पर खर्च किए 73.6 करोड़ रुपए
रिटेन किए गए खिलाड़ियों पर आईपीएल की सभी टीमों ने मोटी रकम खर्च की है। सबसे ज्यादा चेन्नई ने ही 73.6 करोड़ रुपए खर्च किए। इसके बाद सनराइजर्स हैदराबाद ने 20 खिलाड़ियों को रिटेन किया, जिसके लिए टीम 72.3 करोड़ रुपए खर्च किए।
रिटेन कर टीम मालिकों ने कर दी गलती!
वैसे तो खिलाड़ियों को रिटेन करने का फैसला टीम के हित में लिया जाता है, लेकिन रिटेन किए गए खिलाड़ियों में से कुछ खिलाड़ियों का नाम ऐसा है, जिन्हें रिटेन कर उनकी टीम के मालिकों ने बड़ी गलती कर दी है। ऐसा उनक खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखने के बाद कहा जा सकता है।
– जैसा कि पहले बता चुके हैं कि चेन्नई ने सबसे ज्यादा खिलाड़ियों को रिटेन किया है। इनमें धोनी, हरभजन सिंह, रविंद्र जडेजा, केदार जाधव, अंबाती रायुडू जैसे खिलाड़ियों का नाम है, लेकिन इनमें से हरभजन सिंह की बात करें तो उनका प्रदर्शन देखते हुए तो यही लगता है कि उनको रिटेन कर टीम मालिकों ने गलती कर दी है। भज्जी ने 2018 संस्करण में 13 मैचों में केवल 7 विकेट लिए। इस दौरान उनकी 8.48 की महंगी इकॉनमी रेट रही।
– इसके बाद बात आईपीएल 2018 के सबसे महंगे खिलाड़ी बेन स्टोक की, जो कि 12 करोड़ रुपए में बिके थे। पिछले आईपीएल में देखा गया था कि बेन स्टोक पूरे टूर्नामेंट में आउट ऑफ फॉर्म रहे। स्टोक का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था। आईपीएल करियर में, स्टोक्स ने 25 मैचों में 134 की स्ट्राइक रेट से 512 रन बनाए हैं और साथ ही साथ 20 विकेट भी लिए है। इसके अलावा बेन स्टोक आईपीएल के पूरे सीजन के लिए भी उपलब्ध नहीं रहेंगे।
– मनीष पांडे टीम इंडिया से भी खराब फॉर्म की वजह से बाहर हैं। मनीष पांडे को आईपीएल 2018 के लिए सनराइजर्स हैदराबाद ने चुना था, जिसे एक अच्छी खरीद माना गया था। दुर्भाग्यवश, पांडे बल्ले से नाकाम रहे और उन्होंने सभी को निराश किया। उन्होंने 15 मैच में 115 की स्ट्राइक रेट से 284 रन बनाए। मनीष पांडे का फॉर्म पिछले काफी समय से निराशाजनक रहा है।
– टीम इंडिया के इस खिलाड़ी ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 2016 में खेला था। इंडियन प्रीमियर लीग के ग्यारहवें संस्करण के लिए राजस्थान रॉयल्स ने बिन्नी को अपनी टीम में शामिल किया था। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग 2018 में 112 की स्ट्राइक रेट से 7 मैचों में सिर्फ 44 रन बनाए और किसी को भी प्रभावित नहीं कर सके। 2019 के सीजन के लिए बिन्नी को भी रिटेन किया गया है, जो प्रदर्शन के आधार पर वाकई चौंकाने वाला है।