पुलिस कर रही है मामले की जांच
मुंबई के मीडिया के अनुसार, करण के दोस्त ने बताया कि करण को उम्मीद थी कि इस बार उसे आईपीएल में खेलने का जरूर मौका मिलेगा, लेकिन जब इस बार भी ऐसा न हो सका तो वह वह उदास हो गया था और अंतत: उसने आत्महत्या कर ली। वहीं मुंबई पुलिस ने इस आत्महत्या पर अभी कुछ नहीं कहा है। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर उसने जांच शुरू कर दी है।
दोस्त से मिली थी परिवार को जानकारी
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, तिवारी ने अपने दोस्त को बताया था कि वह आत्महत्या करने जा रहे हैं। उनके दोस्त ने इसकी सूचना करण की बहन को दी। तिवारी की बहन ने इस बारे में मां को बताया। जब तक ये लोग करण को बचाने पहुंचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और अस्पताल पहुंचने से पहले ही करण की मौत हो गई।
कई टीमों को नेट पर कर चुका था गेंदबाजी
वानखेड़े स्टेडियम में अभ्यास सत्र के दौरान आईपीएल की कुछ टीमों को नेट पर करण तिवारी गेंदबाजी कर चुके थे। इसके अलावा उनकी नजर राज्य की टीम में जगह बनाने पर भी थी। करण आईपीएल की नीलामी में शामिल नहीं हो पाए थे, क्योंकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नियमों के अनुसार, आईपीएल नीलामी में वही खिलाड़ी शामिल हो सकता है, जिसने कम से कम राज्य की टीम में प्रतिनिधित्व किया हो।