मयंक अग्रवाल 90 और कृष्णप्पा गौथम 3/27 के दम पर कर्नाटक ने मंगलवार को फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले गए विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में सौराष्ट्र को 41 रनों से हराकर खिताबी जीत दर्ज की। मयंक ने अपनी 90 रन की पारी में 11 चौके और तीन सिक्स भी लगाए। इस पारी के दौरान मयंक ने एक ऐसा रिकॉर्ड भी बना दिया जो आजतक कोई भी भारतीय बल्लेबाज़ नहीं बना सका था। इस टूर्नामेंट में मयंक ने 8 मैचों में 3 शतक और चार अर्धशतक जड़े हैं। इसी के साथ कर्नाटक मयंक ने एक ऐसा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया जो भारत का कोई भी दिग्गज नहीं कर पाया। मयंक भारत के घरेलू क्रिकेट में एक सीज़न में 2000 रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज़ बन गए हैं।
फाइनल में सौराष्ट्र ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। कर्नाटक ने मयंक की शानदार पारी के दम पर 45.5 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 253 रन बनाए। मयंक के अलावा रविकुमार सामर्थ ने 49 तथा पवन देशपांडे ने 48 रनों की पारी खेली। श्रेयष गोपाल ने भी 31 रनों का योगदान दिया। सौराष्ट्र की ओर से कमलेश मकवाना ने 34 रन देकर चार सफलता हासिल की। इसके अलावा प्रीराक मांकड ने दो विकेट लिए। दो खिलाड़ी रन आउट हुए। जवाब में सौराष्ट्र की टीम कप्तान चेतेश्वर पुजारा (94) की शानदार अर्धशतकीय पारी के बावजूद 46.3 ओवरों में सभी विकेट गंवाकर 212 रन ही बना सकी और हार गई।
पुजारा ने 127 गेंदों का सामना कर 10 चौके और एक सिक्स लगाया। वह रन आउट हुए। इसके अलावा कोई और बल्लेबाज चल नहीं सका। चिराग जानी ने 22 रन जोड़े। मकवाना 22 रनों पर नाबाद लौटे। कर्नाटक की ओर से कृष्णपप्पा गौतम और प्रसिद्ध कृष्णा को तीन-तीन विकेट मिले। इसके अलावा, स्टुअर्ट बिन्नी और पवन देशपांडे को एक-एक सफलता मिली।