कुलदीप बेहद गरीब परिवार से आते हैं। कुलदीप के पिता उन्नाव जिले के छोटे से गांव में ईट-भट्टे के मालिक हैं। कुलदीप के सर पर बचपन से ही क्रिकेट का भूत सवार था। क्रिकेट के प्रति बेटे के जनून को देखते हुए कुलदीप के पिता रामसिंह यादव ने कानपुर में बसने का फैसला किया बस फिर क्या था कुलदीप को अपने जीवन में एक दिशा मिल गई और भारत को उसका पहला चाइनामैन गेंदबाज मिल गया।
भरतीय क्रिकेट के 83 साल के इतिहास में आज तक भारत में कोई भी ‘चाइनामैन’ गेंदबाज नहीं हुआ। कुलदीप भारत के पहले चाइनामैन गेंदबाज हैं। आईपीएल में भी कुलदीप कोलकाता नाइटराइडर्स की गेंदबाजी के प्रमुख अस्त्र हैं। कुलदीप ने आईपीएल में अब तक खेले गए 16 मैच खेलकर 17 विकेट झटके हैं। प्लेऑफ में खेले गए दोनों मुकाबलों में कुलदीप ने शानदार प्रदर्शन किया है। कुलदीप क्रिकेट के शुरुआती दिनों में टीम में नहीं चुने जाने के कारण काफी निराश थे और उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया था। बाद में बहन के समझाने पर उन्होंने फिर से वापसी की और आज भारतीय टीम के अहम गेंदबाज हैं। कुलदीप हर परिस्थिति में शानदार गेंदबाजी करते हैं इसका नमूना वे दक्षिण अफ्रीका दौरे पर दिखा चुके हैं। कुलदीप हर परिस्थिति में फिरकी के दम पर बल्लेबाज को नचा सकते हैं। 2019 में होने वाले वनडे विश्व कप के लिए कुलदीप भारतीय टीम की योजना का हिस्सा हैं।