हरारे। दुनिया में बेहतरीन मैच फिनिशर के रूप में शूमार कप्तान धोनी शनिवार को बड़ा शॉट लगाकर टीम इंडिया को जीत नहीं दिला पाए। मैच हारने के बाद धोनी ने कहा कि जिम्बाब्वे के तेज गेंदबाज नेविले मेडजिवा की फेंकी आखिरी गेंद बेहद उम्दा थी। भारत को मैच जीतने के लिए आखिरी गेंद पर 4 रनों की दरकरार थी लेकिन धोनी केवल 1 ही रन बना सके।
भारत की 2 रन से हार के बाद धोनी ने कहा कि आखिर में तो मुकाबला गेंद और बल्ले का है। मेरा मानना है कि आखिरी गेंद बेहतरीन थी। इससे पहले धोनी टीम इंडिया को कई बार अंतिम गेंद पर बड़ा शॉट लगाकर जीत दिला सके हैं।
मैच के बाद हर कोई इस कदर चौंका हुआ था कि पुरस्कार वितरण समारोह में भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अतुल वासन ने ग्रीम क्रेमर को पराजित कप्तान कह डाला लेकिन उस समय शर्मिदा हो गए जब महेन्द्र सिंह धोनी आगे आए।
धोनी ने कहा कि यह मैच उनके अनुभवहीन बल्लेबाजों के लिए अच्छा सबक रहा। उन्होंने कहा कि वे अपने क्षमता के अनुरूप नहीं खेले। कई विकेट गैर जिम्मेदाराना तरीके से गिरे। आप घरेलू सर्किट पर अच्छा कर सकते हैं ेकिन भारत ए से भारत के लिए खेलने में काफी दबाव होता है। यह उनके लिए अच्छा सबक रहा। बल्लेबाजों ने कई गलतियां की। हमने गेंदबाजी में अपनी पहली एकादश नहीं उतारी और गेंदबाज भी अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे।
जिम्बाब्वे के कप्तान ग्रीम क्रेमर ने कहा कि इस जीत से उन पर बोझ उतर गया। उन्होंने कहा कि आने वाले मैचों उनकी टीम और बेहतर प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि वनडे सीरीज हारने के बाद यह जीत शानदार रही। मुझ पर काफी दबाव था लेकिन हम यहीं नहीं रुकेंगे।
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