महेंद्र सिंह धोनी की भूमिका के लिए चुने जाने के बाद राजपूत ने विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी सीखने के लिए टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज किरण मोरे (Kiran More) से ट्रेनिंग लिया था। इस दौरान उन्होंने धोनी की तरह बल्लेबाजी करना और विकेटकीपिंग करना सीख लिया था। इन नौ महीने की ट्रेनिंग में उन्हें कई बार चोट लगी, लेकिन वह रुके नहीं। माने नहीं। यह उनका समर्पण ही था कि उन्होंने धोनी का ट्रेडमार्क हेलिकॉप्टर शॉट भी सीख लिया था। इस पर टिप्पणी करते हुए धोनी ने भी कहा था कि वह सिर्फ उनकी तरह दिखते ही नहीं, बल्कि खेलते भी हैं।
सुशांत भी छोटे शहर से आए थे
महेंद्र सिंह धोनी के एजेंट और पूर्व भारतीय कप्तान की बायोपिक फिल्म के निर्माता और महेंद्र सिंह धोनी के एजेंट अरुण पांडेय (Arun Pandey) ने बताया कि इस भूमिका को अच्छी तरह से निभाने का कारण यह था कि उन्होंने फिल्म का हिस्सा बनने से पहले ही धोनी को पहचान लिया था। सुशांत इस इंडस्ट्री से नहीं थे। वह भी धोनी की तरह छोटे शहर से आए थे।
फिल्म के निर्देशक नीरज पांडेय ने सुशांत की मौत की दुखद खबर से अवगत कराने के लिए रविवार दोपहर को महेंद्र सिंह धोनी को फोन किया था। उन्होंने धोनी के अलावा उनके दो सबसे अच्छे दोस्त मिहिर दिवाकर (Mihir Diwakar) और अरुण पांडेय को भी बताया। वे सभी यह खबर सुनकर बहुत परेशान हो गए थे। खबर सुनने के बाद माही भाई सदमे में थे और टूटा महसूस कर रहे थे। उन्होंने खुद को अकेले में कर लिया है।