क्या है यो-यो टेस्ट –
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के मौजूदा नियम के मुताबिक जब किसी क्रिकेटर को भारतीय टीम में शामिल किया जाता है, तो टीम का प्रतिनिधित्व करने से पहले यो-यो टेस्ट पास करना होता है। ये वो फिटनेस टेस्ट है, जो किसी भी क्रिकेटर को टीम इंडिया से खेलने का मंच दिलाता है। इस टेस्ट को पास करने के लिए इसमें कम से कम 16.1 का स्कोर करना होता है। इस टेस्ट को पास होने में नाकाम होने के कारण कई बार दिग्गज क्रिकेटरों को टीम से बाहर भी होना पड़ा है।
रैना-युवी समेत कई हो चुके है शिकार-
यो-यो टेस्ट में फेल होने के कारण सुरेश रैना, युवराज सिंह जैसे दिग्गजों को टीम से बाहर होना पड़ा है। हाल ही में आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले अंबाती रायडू और संजू सैमसन को इस टेस्ट में फेल होने का खामियाजा उठाना पड़ा था। इन दोनों का चयन टीम इंडिया के लिए हो चुका था, लेकिन यो-यो टेस्ट पास न करने के कारण इन्हें टीम में स्थान नहीं दिया गया।
यो-यो टेस्ट में रचा रिकॉर्ड-
आम तौर पर भारतीय क्रिकेटर इस टेस्ट में 16.1 से लेकर 17.5 तक स्कोर करते है। इस टेस्ट में सर्वाधिक स्कोर करने का रिकॉर्ड मनीष पांडे के नाम है। जिन्होंने इस टेस्ट में 19.2 का स्कोर करते हुए साथी खिलाड़ियों को चकित किया था। लेकिन अब भारत के एक अनकैप्ड क्रिकेटर ने मनीष पांडे के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए नया इतिहास रच दिया है।
मयंक डागर ने रचा इतिहास-
हिमाचल प्रदेश की ओर से खेलने वाले मयंक डागर ने हाल ही में बेंगलोर के नेशनल क्रिकेट एकेडमी में यो-यो टेस्ट में नया इतिहास रचा। आईपीएल-11 में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम में शामिल मयंक ने यो-यो टेस्ट में 19.4 का स्कोर किया। जो अबतक किसी भी भारतीय क्रिकेटर द्वारा किया गया सर्वश्रेष्ठ स्कोर है। बताते चले कि डागर अपनी फिटनेस में कोहली को कड़ी टक्कर देते है। यहां एक बात और बता दें कि मयंक डागर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने भांजे है। मयंक को बेशक अबतक टीम इंडिया की ओर से खेलने का मौका नहीं मिला है। लेकिन उनकी फिटनेस उन्हें कई बार सुर्खियों में ला चुकी है।