ऑस्ट्रेलिया रच सकता है ये साजिश
दरअसल, गत विजेता इंग्लैंड इंग्लैंड का स्कॉटलैंड के खिलाफ पहला मुकाबला बारिश से धुल गया था और दूसरे मैच में उसे ऑस्ट्रेलिया ने शिकस्त दी थी। अब इंग्लैंड दो मैचों में एक अंक और -1.800 के नेट रन रेट के साथ चौथे स्थान पर है। अब उसे नामीबिया और ओमान के खिलाफ खेलना है, अगर वह इन दोनों मुकाबलों को बड़े अंतर से जीतता है तो अभी भी सुपर-8 में पहुंच सकता है। क्योंकि स्कॉटलैंड तीन मैचों में 5 अंक और +2.164 के नेट रन रेट के साथ दूसरे स्थान पर है। अगर ऑस्ट्रेलिया स्कॉटलैंड से आखिरी मैच में हार जाए या कम अंतर से जीत दर्ज करे तो इंग्लैंड टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगा।
जानें क्या कहा जोश हेजलवुड ने
जोश हेजलवुड ने कहा कि इस टूर्नामेंट में आप संभावित रूप से किसी चरण में फिर से इंग्लैंड से भिड़ सकते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी रणनीतिक निर्णय लेना उनका काम नहीं है। वे शायद शीर्ष कुछ टीमों में से एक हैं और हमें टी20 क्रिकेट में उनके खिलाफ़ कुछ वास्तविक संघर्ष करना पड़ा है, इसलिए यदि हम उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर सकते हैं तो यह हमारे साथ-साथ शायद सभी के हित में होगा। मिचेल मार्श पर लग सकता है बैन
बता दें कि अगर ऑस्ट्रेलिया ने ऐसा करने का फैसला किया तो वे मार्श को अपने तीन सुपर-8 मुकाबलों में से दो के लिए प्रतिबंधित किए जाने का जोखिम उठाएंगे। उन पर ICC की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.11 के तहत आरोप लगाया जा सकता है, जिसे अनुचित रणनीतिक या सामरिक कारणों से खेलों में हेरफेर को रोकने के लिए बनाया गया है। जैसे कि जब कोई टीम जानबूझकर ICC इवेंट में पूल मैच हार जाती है, ताकि उस इवेंट में अन्य टीमों की स्थिति को प्रभावित किया जा सके।
जुर्माना भी लगेगा
आचार संहिता नेट रन रेट के अनुचित हेरफेर पर भी लागू हो सकती है और कप्तान को जिम्मेदार ठहराया जाएगा और उस पर लेवल टू अपराध का आरोप लगाया जाएगा। अपराध की गंभीरता के आधार पर, इसमें न्यूनतम 50% मैच फीस का जुर्माना हो सकता है, जिसमें अधिकतम चार डिमेरिट पॉइंट और दो निलंबन पॉइंट हो सकते हैं। ऐसा होने पर मार्श ऑस्ट्रेलिया के पहले दो सुपर 8 मैचों से बाहर हो जाएंगे।