माता-पिता का भरपूर साथ मिला-
मिताली को महज 21 साल की उम्र में भारतीय महिला टीम का कप्तान बना दिया गया। मिताली की क्रिकेटर नहीं बल्कि भरतनाट्यम डांसर बनना चाहती थी। लेकिन किस्मत काे कुछ आैर ही मंजूर था। मिताली के पिता धीरज राज दाेराई बैंक में नौकरी करने के पूर्व एयर फोर्स में थे। वे स्वयं भी क्रिकेटर रहे हैं। उन्होंने मिताली को प्रोत्साहित करने के लिए हर संभव प्रयत्न किया। बचपन में जब मिताली के भाई को क्रिकेट की कोचिंग दी जाती थी, तब वह मौक़ा पाने पर गेंद को घुमा देती थी। तब क्रिकेटर ज्योति प्रसाद ने उसे नोटिस किया और कहा कि वह क्रिकेट की अच्छी खिलाड़ी बनेगी। मिताली के माता-पिता ने उसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया आैर मिताली ने बल्ला थाम लिया।
डेब्यू मैच में ठोका था शतक-
1999 में मिताली राज ने 16 साल 205 दिन की उम्र में ODI शतक(नाबाद 114) लगाया था। यह उनके अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर का पहला मैच था। आयरलैंड के खिलाफ उनके इस शतक ने भारत को 161 रनो की जीत दिलाई थी। उन्होंने ODI क्रिकेट में 197 मैचों में 51.17 की औसत से 6550 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 7 शतक भी लगाए। इसके साथ ही महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में मिताली राज 6000 रन बनाने वाली पहली महिला क्रिकेटर हैं। 6550 रनों के साथ मिताली ODI क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाली महिला बल्लेबाज हैं।
दोहरा टेस्ट शतक-
मिताली राज ने अपने तीसरे ही टेस्ट मैच में दोहरी शतकीय पारी खेली थी। 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए उन्होंने मैच की पहली पारी में 214 रनों की इनिंग्स को अंजाम दिया था। टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाली वह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। महिला टेस्ट क्रिकेट में यह दूसरा सर्वाधिक स्कोर है। सर्वाधिक स्कोर का रिकॉर्ड पाकिस्तान की किरन बलोच के नाम है। जिन्होंने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 2004 में 242 रनों की पारी खेली थी। मिताली ने 10 टेस्ट मैचों में 51 की औसत से 663 रन बनाए हैं।
टी20 में भी है खास रिकॉर्ड-
मिताली का T20 क्रिकेट में रिकॉर्ड शानदार है। हलाकि वह इस फॉर्मेट में धीमी बल्लेबाजी के लिए विवादों में हैं। इसी वजह से उन्हें महिला T20 विश्व कप के सेमीफाइनल में टीम में जगह नहीं मिली थी। जिसके बाद काफी विवाद हुआ। 85 T20 मैचों में 37.42 की औसत से 2283 रन बना चुकी मिताली T20 इंटरनेशनल क्रिकेट में सभी पुरुष क्रिकेटरों से ज्यादा रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं।
विवादों में फसीं स्टार क्रिकेटर-
महिला T20 विश्व कप 2018 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम को इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा। सवाल उठा मिताली राज टीम में क्यों नहीं थी। बता दें कि मिताली ने इस टूर्नामेंट में 2 मुकाबले खेले थे और दोनों में ही उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था। अच्छे प्रदर्शन के बाद भी बहार बैठने पर मिताली की मैनेजर ने T20 कप्तान हरमनप्रीत कौर पर गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद मिताली ने कोच रमेश पोवार और COA डायना इडुल्जी पर उनको टीम से बाहर बैठाने के आरोप लगाए। इसपर पोवार ने मिताली पर धमकी देने के आरोप लगाए, जिसपर निराश मिताली ने इस वाकये को अपने करियर का सबसे काला पन्ना बताया।