नियमों में किया जा सकता है बदलाव
एक क्रिकेट मीडिया से बात करते हुए मिताली ने कहा कि उन्हें लगता है कि महिलाओं के लिए अगले साल से आईपीएल शुरू हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भले ही यह नियमों में बदलाव के साथ छोटे स्तर पर हो। उन्होंने कहा कि देश में महिला खिलाड़ियों की कमी को देखते हुए पहले सीजन में पुरुषों के आईपीएल से ज्यादा महिला आईपीएल में विदेशी खिलाड़ियों को अंतिम एकादश में जगह दी जा सकती है। यह संख्या महिला आईपीएल में 5-6 हो सकती है, जबकि पुरुषों के आईपीएल में अंतिम एकादश में अधिकतम चार खिलाड़ियों को ही जगह दी जा सकती है।
बता दें कि महिला टी-20 फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों भारत के हारने के बाद भारतीय दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा था कि अब समय आ गया है कि महिला आईपीएल शुरू करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा था कि इससे भारतीय महिला क्रिकेट को नई प्रतिभाएं मिलेंगी।
राज ने गावस्कर से जताई सहमति
राज ने गावस्कर के बयान से सहमति जताते हुए कहा कि वह यह सच है कि हमारे पास घरेलू क्रिकेट में ज्यादा गहराई नहीं है, लेकिन इसका हल पहले से फ्रेंचाइजी की टीम बनाना है। उन्होंने कहा कि शुरुआत में भले ही पांच या छह टीमें बनाई जा सकती है, क्योंकि बीसीसीआई के पास महिला टी 20 चैलेंज में खेलने के लिए पहले से ही चार टीमें हैं।
मिताली ने कहा कि आप हमेशा इंतजार नहीं कर सकते। कभी न कभी तो शुरुआत करनी ही होगी। उन्होंने कहा कि और साल दर साल लीग को और बड़ा किया जा सकता है। इस तरह छह से शुरू कर महिला खिलाड़ियों को अंतिम एकादश में चार तक सीमित कर सकते हैं।
शेफाली की तारीफ की
भारतीय कप्तान ने 16 साल की शेफाली वर्मा का उदाहरण देते हुए इस लीग के अहमियत के बारे में समझाया। उन्होंने कहा कि टी-20 विश्व कप का सबसे बड़ा और सकारात्मक नतीजा शेफाली वर्मा है। उन्हें अब वनडे टीम में भी जगह देनी चाहिए। मिताली ने कहा कि शेफाली को सिर्फ इसलिए वनडे टीम में जगह न देने का कोई कारण नहीं बनता कि अभी उनकी उम्र महज 16 साल है।