2010 में पाए गए थे स्पॉट फिक्सिंग का आरोपी
2010 में पाकिस्तान इंग्लैंड दौरे पर गया था। इस टीम के सदस्य मोहम्मद आसिफ भी थे। इस दौरे पर मोहम्मद आसिफ ने लगातार नो बॉल फेंकी थीं। जांच में पाया गया कि उन्होंने पैसे लेकर जानबूझकर वह गेंदे फेंकी थी। स्पॉट फिक्सिंग का दोष सिद्ध हो जाने के बाद उन पर सात का बैन लगाया गया था। उनके साथ-साथ सलमान बट और मोहम्मद आमिर को भी स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया था। इस कारण इन तीनों को जेल में भी रहना पड़ा था। इसके बाद प्रतिबंध से वापसी करते हुए मोहम्मद आमिर ने राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई, जबकि मोहम्मद आसिफ को दूसरा मौका नहीं मिला। इसी पर आसिफ ने सवाल उठाया। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।
आसिफ बोले, उन्हें छोड़कर हर किसी को दूसरा मौका दिया गया
मोहम्मद आसिफ ने कहा कि गलती हर कोई करता है। उन्होंने भी की। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि कई खिलाड़ी उनके सामने और उनके बाद भी फिक्सिंग में शामिल रहे। उनके पहले वाले लोग अब पीसीबी के साथ काम कर रहे हैं, जबकि उनके बाद वाले भी कुछ खेल रहे हैं। उन खिलाड़ियों में से किसी के साथ ऐसा व्यवहार नहीं किया गया, जैसा उनके साथ किया गया।
छोटे से करियर में दुनिया हिलाकर रख दिया
मोहम्मद आसिफ ने कहा कि उन्हें बचाने के लिए पीसीबी ने कभी इस तथ्य की भी परवाह नहीं की कि वह ऐसे गेंदबाज हैं, जिसे दुनिया में हर कोई बहुत मानता था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह अब अतीत के बारे में नहीं सोच रहे हैं। आसिफ ने कहा कि उन्होंने अपने छोटे से करियर में जिस तरह का प्रदर्शन किया, उस पर उन्हें गर्व है। इतने कम समय में ही उन्होंने दुनिया हिला कर रख दिया था। यही उनके लिए अहम है। इसी कारण आज भी दुनिया के महान बल्लेबाज उन्हें याद करते हैं। बता दें कि फिक्सिंग के कारण आसिफ ने पाकिस्तान के लिए सिर्फ 23 टेस्ट, 38 वनडे और 11 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल पाए हैं।