अलग-थलग रहने से दिमाग हो जाता है निष्क्रिय
मोर्गन ने कहा कि अलग-थलग रहने से दिमाग निष्क्रिय हो जाता है, जबकि खेलों के जरिये दिमाग को सक्रिय बनाया जा सकता है। मॉर्गन ने कहा कि अगर ऐसा हो पाता है तो उन्हें लगता है कि यह महत्वपूर्ण कदम होगा। मॉर्गन ने कहा कि जब तक स्थिति नियंत्रण में नहीं आती, तब तक इंग्लैंड के क्रिकेटर इंतजार करने को तैयार हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस संकट से पार पाने के लिए जो भी संभव है वह हमारे शीर्ष क्रिकेटर कर रहे हैं।
इस हालत में खेलने के लिए नहीं सोच सकते
मोर्गन ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। जब तक इस महामारी पर नियंत्रण नहीं हो जाता, तब तक खेलने के बारे में सोच भी नहीं सकते। क्रिकेटर और अन्य खिलाड़ी इस घातक वायरस से लड़ाई में अपना योगदान दे रहे हैं। बता दें कि इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कई क्रिकेटर इस महामारी से निबटने में मदद के लिए आगे आए हैं। जोस बटलर पैसा जुटाने के लिए विश्व कप की अपनी शर्ट नीलाम कर रहे हैं। अभी तक इसके लिए 65,000 पाउंड की बोली लगाई जा चुकी है। जोस बटलर यह राशि रॉयल ब्रॉम्पटन एंड हेयरफील्ड हास्पिटल चैरिटी में की जाएगी।