क्या है पूरा मामला-
14 मई को पंजाब और कोलकाता के बीच मुकाबला इंदौर में खेला गया था। इस मैच को देखने के लिए मध्यप्रदेश सरकार के शिक्षा मंत्री कुंवर विजय शाह अपने पूरे परिवार के साथ आए थें। लेकिन शाह को मैच देखने के लिए किंग्स इलेवन पंजाब की फ्रेंचाइजी ने गैलरी के पास दिए। जिसे देखकर मंत्री विजय शाह भड़क उठे। शाह को मंत्री होने के नाते के यह उम्मीद थी कि उन्हें वीआईपी पास दिया जाएगा। लेकिन फेंचाइजी के इस कदम से उन्हें चोट पहुंची। जिसके बाद उन्होंने विभागीय कारवाई कराते हुए बड़ा और कड़ा कदम उठा लिया।
स्टेडियम के रास्ते पर डाला ताला-
इसके अगले ही दिन मंत्री विजय शाह ने स्टेडियम से सटे हुए दो गेटों पर ताला लगवा दिया। ये दोनों ही गेट सरकारी विवेकानंद स्कूल से होकर गुजरते हैं। इसके साथ ही सुलभ शौचालय के पास वाले गेट पर भी ताला लगवा दिया। आपको बता दें कि ये तीनों रास्ते उसी स्कूली शिक्षा विभाग की जमीन से होकर गुजरते हैं। साथ ही शिक्षा विभाग की जमीन पर बने पार्किंग को भी बंद करा दिया गया।
क्या कहना है फ्रेंचाइजी का-
इंदौर में हो रही दिक्कतों पर किंग्स इलेवन पंजाब के सीईओ सतीश मेनन का कहना है कि इस बार का अनुभव बेहद खराब रहा। हालांकि मेनन ने इंदौर के दर्शक और पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को सही बताया। वहीं दूसरी ओर सरकारी महकमे के लोग इस बात से परेशान है कि फ्रेंचाइजी ने इंदौर में टिकटों की कीमत मोहाली की तुलना में बढ़ा कर रखी है। आपको बता दें कि मोहाली में टिकट की कीमत 500 रुपये है। जबकि इंदौर में यही कीमत 900 रुपये है।