MS Dhoni ICC Hall of Fame: इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने भारत के पूर्व दिग्गज कप्तान एमएस धोनी को आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल किया है। सोमवार 9 जून को ये सम्मान पाने वाले माही 11वें भारतीय क्रिकेटर बन गए। धोनी ने 2004 में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने 2007 में पहले टी20 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की अगुवाई करते हुए ट्रॉफी जीती। फिर 2011 का वनडे वर्ल्ड कप और 2013 का चैंपियंस ट्रॉफी खिताब जिताया। वह भारत के सबसे सफल कप्तान हैं, जिनकी कप्तानी में टीम ने आईसीसी की सीमित ओवर फॉर्मेट की तीनों ट्रॉफी जीती हैं। 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके धोनी को अब आईसीसी ने हॉल ऑफ फेम के सम्मान से नवाजा है।
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने के लिए किसी भी क्रिकेटर को विशिष्ट मानदंडों को पूरा करना होता है। किसी क्रिकेटर को इसमें शामिल करने से सबसे पहले ये देखा जाता है कि वह कम से कम 5 साल के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से सेवानिवृत्त हो चुका हो। अगर खिलाड़ी बल्लेबाज है तो टेस्ट या वनडे प्रारूपों में कम से कम 8,000 रन और 20 शतक होने चाहिए या किसी भी प्रारूप में 50 या उससे अधिक का बल्लेबाजी औसत होनी चाहिए।
वहीं, क्रिकेटर यदि गेंदबाज है तो टेस्ट या वनडे प्रारूपों में कम से कम 200 विकेट लेने चाहिए। गेंदबाजी स्ट्राइक रेट टेस्ट में 50 से कम और वनडे में 30 से कम होना चाहिए। अगर वह विकेटकीपर है तो टेस्ट या वनडे प्रारूपों में या दोनों में कम से कम 200 आउट (कैच या स्टंपिंग) होने चाहिए। जबकि कप्तान है तो कम से कम 25 टेस्ट मैचों या 100 वनडे मैचों में अपनी टीम का नेतृत्व किया हो। दोनों में से किसी एक या दोनों प्रारूपों में जीत का प्रतिशत 50% या उससे अधिक होना चाहिए।
हॉल ऑफ फेम के लिए उपरोक्त मानदंड जरूरी हैं। हालांकि क्रिकेट में असाधारण योगदान वाले क्रिकेटर को भी शामिल किया जा सकता है। इससे खिलाड़ियों, अंपायरों, प्रशासकों या अन्य लोगों को शामिल किया जा सकता है, जिनका महत्वपूर्ण योगदान हो।
आईसीसी हॉल ऑफ फेम के लिए चयन एक पैनल करता है, जिसमें मौजूदा आईसीसी हॉल ऑफ फ़ेमर्स, वरिष्ठ आईसीसी अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि और फ़ेडरेशन ऑफ़ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन (FICA) के सदस्य शामिल होते हैं। आमतौर पर आईसीसी इवेंट जैसे आईसीसी अवार्ड्स या वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फ़ाइनल जैसे बड़े टूर्नामेंट के दौरान शामिल किए जाने वालों की घोषणा की जाती है। जीवित शामिल किए जाने वालों या मृतक के परिजनों को सम्मान के तौर पर आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम कैप प्रदान की जाती है।
सुनील गावस्कर: 2009 में
बिशन सिंह बेदी: 2009 में
कपिल देव: 2005 में
अनिल कुंबले: 2015 में
राहुल द्रविड़: 2018 में
सचिन तेंदुलकर: 2019 में
वीनू मांकड़: 2021 में
डायना एडुल्जी: 2023 में
वीरेंद्र सहवाग: 2023 में
नीतू डेविड: 2024 में
Published on:
10 Jun 2025 07:03 am