बीसीसीआई के पुराने संविधान के अनुसार, चयनकर्ताओं को तीन साल का नियमित कार्यकाल मिलता है और उसे एक साल बढ़ाया जा सकता है। इस लिहाज से सितंबर 2015 में चयनकर्ता बने एमएसके प्रसाद और गगन खोड़ा का कार्यकाल इस साल अगस्त के अंत में समाप्त हो चुका है, लेकिन इस बीच नई बीसीसीआई का एजीएम नहीं होने के कारण वे दोनों अभी तक बने हुए हैं। इस बीच जो नया संविधान अब प्रभाव में आया है, इसके अनुसार चयनकर्ताओं का कार्यकाल पांच साल तक हो सकता है। इस लिहाज से यदि बीसीसीआई सदस्यों की सहमति बनी तो ये दोनों सितंबर 2020 तक अपने पद पर बने रह सकते हैं। लेकिन यह इन पर लागू होगा या नहीं, यह एजीएम की बैठक में तय होगा, क्योंकि इनकी नियुक्ति पुराने संविधान के अनुसार हुई है। हालांकि यह भी चर्चा है कि एमएसके प्रसाद को एक और कार्यकाल नहीं मिलेगा और उनकी जगह मुख्य चयनकर्ता लक्ष्मण शिवराम कृष्णन बन सकते हैं।
एजीएम में सीएसी पर हो सकता है फैसला
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की वार्षिक आम बैठक (एजीएम) एक दिसंबर को प्रस्तावित है। इसमें नई सीएसी के गठन पर निर्णय लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, नई सीएसी में इसके पुराने सदस्य सचिन तेंदलुकर और वीवीएस लक्ष्मण की वापसी हो सकती है। चूंकि पुराने सदस्यों में से एक सौरव गांगुली अब बीसीसीआई के अध्यक्ष बन चुके हैं। इसलिए तीसरा कोई नया सदस्य आ सकता है।
सूत्रों की मानें तो एजीएम में राज्य संघों के लिए कूलिंग ऑफ पीरियड भी हटाया जा सकता है और समिति तथा उपसमिति में 70 साल की उम्र सीमा में भी संशोधन किया जा सकता है।