यह मामला उस वक्त का है। भारतीय पारी का 37वां ओवर शुरू होने से पहले मिशेल सैंटनर को पेट में परेशानी महसूस हुई और उन्हें मैदान छोड़कर बाहर जाना पड़ा, तब उनकी जगह क्षेत्ररक्षण करने ल्यूक रोंची मैदान में उतरे। चूंकि वह वैकल्पिक खिलाड़ियों में शामिल नहीं थे, इसलिए उन्हें इसके लिए अंपायरों से इजाजत लेनी पड़ी। अंपायरों ने उन्हें क्षेत्ररक्षण की अनुमति दे दी। इसके बाद जब सैंटनर वापस आए तो वह लौट गए। कुछ देर बाद वह एक बार फिर मैदान में दिखाई दिए। इसके बाद एक बार फिर वह थोड़ी देर के लिए मैदान पर फील्डिंग करते दिखाई। इस बार पह टिम साउदी की जगह उतरे थे। साउदी फ्लू से जूझ रहे थे।
इस कारण आई यह समस्या
न्यूजीलैंड ने एकदिवसीय सीरीज के लिए 13 खिलाड़ियों को टीम में जगह दी है। इनमें से टीम के नियमित कप्तान केन विलियमसन चोट के कारण बाहर हैं और बेंच पर बैठे एक और खिलाड़ी स्कॉट कुग्लेजिन फ्लू को फ्लू हो गया था। इस कारण पूरी तरह फिट न होने के कारण टिम साउदी को अंतिम एकादश मे शामिल करना पड़ा, जबकि उन्हें भी फ्लू था। यही वजह थी कि दूसरे वनडे के लिए कीवी टीम के पास कोई अतिरिक्त खिलाड़ी नहीं था। यही कारण थी कि क्षेत्ररक्षण कोच को मैदान पर आना पड़ा। बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब रोंची फील्डिंग के लिए मैदान पर उतरे।
ल्यूक रोंची न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर हैं। उन्होंने अपना आखिरी वनडे 2017 में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। दाएं हाथ के बल्लेबाज रोंची ने अपने करियर में न्यूजीलैंड के लिए 85 वनडे मैच खेले हैं। इसमें उन्होंने कुल 1397 रन बनाए हैं।