पूरन ने अफगानिस्तान के खिलाफ लखनऊ में खेले तीसरे वनडे मैच में गेंद से छेड़छाड़ की थी। उनकी यह हरकत कैमरे में कैद हो गई थी। वीडियो फुटेज में स्पष्ट दिखा कि पूरन अंगूठे की नाखून से गेंद खुरच कर उसकी चमक उतार हे हैं। आइसीसी ने उन्हें आचार संहिता के लेवल 3 को तोड़ने का दोषी माना। इसके बाद आइसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.14 के तहत उन्हें यह सजा सुनाई गई। इस सजा के बाद वह विंडीज की ओर से अगले तीन टी-20 और एक टेस्ट मैच में नहीं खेल पाएंगे।
मंगलवार को पूरन ने इस आरोप को स्वीकार कर लिया और मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड की ओर से दी गई सजा मान ली। इसलिए इस पर आगे कोई सुनवाई नहीं होगी। निकोलस ने कहा कि वह मानते हैं कि उन्होंने गलत काम किया है और सभी को आश्वस्त करना चाहते हैं कि आगे से वह इसे नहीं दोहराएंगे। उन्होंने कहा कि लखनऊ में उन्होंने जो अपराध किया उसके लिए वह अपने साथी खिलाड़ियों और समर्थकों से माफी मांगते हैं। वह वादा करते हैं कि पूरी मजबूती के साथ वापसी करेंगे।
आचार संहिता के लेवल तीन का दोषी पाए जाने पर खिलाड़ियों पर चार वनडे या इतने ही टी-20 अथवा दो टेस्ट मैच का प्रतिबंध लगता है और उसके खाते में पांच डिमेरिट अंक जुड़ते हैं।