चौथे दिन ही तय हो गई थी हार-
गौरतलब हो कि इस टेस्ट में कंगारू टीम को जीत के लिए चौथी पारी में 462 रनों का भारी भरकम लक्ष्य मिला था। किसी भी टेस्ट की चौथी पारी में जब 400 से ज्यादा रनों का लक्ष्य मिलता तो बड़ी हार लगभग तय मानी जाती है। लेकिन इस विशाल टारगेट के बाद भी आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने जिस तरह से बल्लेबाजी की है, वो उनके हार से पहले हार न मानने की जिजीविषा को दिखाता है।
उस्मान की लाजवाब बल्लेबाजी-
463 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी कंगारू टीम को सलामी बल्लेबाजों ने सधी हुई शुरुआत दी। ओपनर उस्मान ख्वाजा और एरोन फिंच ने पहले विकेट के लिए 87 रनों की साझेदारी निभाई। अपना पहला टेस्ट खेल रहे एरोन मात्र एक रन से अपना अर्धशतक बनाने से चूक गए। लेकिन दूसरे छोर से उस्मान की बेहतरीन बल्लेबाजी जारी है। एक समय 87 रन पर तीन विकेट गिरने के बाद कंगारू टीम बड़ी हार की दहलीज पर दिख रही थी। लेकिन उस्मान ने ट्रेविस हेड के साथ मिल कर चौथे विकेट के लिए 132 रनों की बहुमुल्य साझेदारी की।
एशिया में पहला शतक लगा चुके हैं उस्मान-
चौथे दिन बल्लेबाजी करने उतरे उस्मान अबतक क्रीज पर डटे हैं। खबर लिखे जाने तक उस्मान ने 259 गेंदों का सामना करते हुए 113 रन बना लिए है। उस्मान की इस पारी के बारे में खास बात यह है कि यह एशिया में उनकी पहली शतकीय पारी है। साथ ही टेस्ट क्रिकेट में उस्मान का यह सातवां शतक है। उस्मान ने पहले विकेट के लिए फिंच के साथ 87 रन और चौथे विकेट के लिए ट्रेविस हेड के साथ 132 रनों की बेहतरीन साझेदारी की। फिलहाल आस्ट्रेलिया 463 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पांच विकेट के नुकसान पर 285 रन बना चुकी है। जिस तरीके से उस्मान खेल रहे हैं उसे देखते हुए कहा जा रहा है कि इस खेल में अभी बहुत कुछ बाकी है।