फाफ डु प्लेसिस ने एक मीडिया से बात करते हुए कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ घर में खेली जा रही चार मैचों की टेस्ट सीरीज के समापन पर वह टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर, इसकी संभावना काफी है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वह नहीं चाहते कि भावुक होकर वह यह निर्णय लें। उनकी कोशिश बस इतनी है कि वह टीम के लिए एक मजबूत लीडर साबित हो पाएं और इस वक्त इस सीरीज को लेकर भी उनका यही समर्पण है।
टी-20 विश्व कप के बाद पूरी तरह से कह सकते हैं अलविदा
डु प्लेसिस ने यह भी संकेत दिया कि अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के बाद वह पूरी तरह से क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। उन्होंने कहा कि टी-20 विश्व कप के बाद वह खुद का दोबारा आंकलन करना चाहेंगे कि वह किस जगह हैं।
विश्व कप 2019 समेत लंबे समय से दक्षिण अफ्रीका का प्रदर्शन तो खराब है ही, वहीं प्लेसिस भी बेहद खराब दौर से गुजर रहे हैं। उन्होंने अक्टूबर 2019 के बाद से अब तक खेली 12 पारियों में मात्र 21.25 की औसत से रन बनाए हैं। एक साल से भी अधिक समय से उनके बल्ले से एक भी शतक नहीं निकला है। प्लेसिस ने कहा कि किसी भी नेतृत्वकर्ता के लिए जो सबसे खराब बात हो सकती है, वह यह है कि लीडर बीच सीरीज से हाथ खींच ले। और कहे कि माफ करना दोस्तों अब वह बाहर है। जितना करना था, वह कर लिया। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि नेतृत्व इसे कहते हैं, बल्कि आपको बुरे वक्त में भी टीम के साथ बने रहना होता है।