दरअसल डॉ. आंचल पाराशर ने प्रभारी चिकित्सक डॉ. आर.के. गुप्ता को एक शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि उपस्थिति पंजिका में उसके हाजिरी कॉलम के सामने गैरकानूनी तरीके से क्षेत्राधिकार से बाहर जाकर मार्क लगा दिए गए हैं।
डॉ. गुप्ता इसकी जांच करते, इससे पहले ही चिकित्सालय परिसर में महिला चिकित्सकों के बीच विवाद हो गया। इसी दौरान कुछ महिलाएं भी वहां आ गई और डॉ. मीनाक्षी पर अवैध तरीके से गर्भपात कराने तथा सुविधा शुल्क लेने जैसे आरोप जड़ दिए।
वहीं महिला नर्स सविता पाराशर भी डॉ. मीनाक्षी से उलझ गई। सविता ने मनमाने तरीके से प्रसव कराने तथा रोगियों को परेशान करने के आरोप लगाए। करीब आधे घंटे तक एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा।
मामला बढऩे पर डॉ. गुप्ता ने डॉ. महेश दर्शन कालरा की उपस्थिति में दोनों महिला चिकित्सकों के साथ बैठक की। इसमें दो दिन में विवाद हल करने का आश्वासन दिया गया, तब मामला शांत हुआ।
मुझ पर लगाए गए सारे आरोप गलत हैं। चिकित्सालय में कई बाहरी अनाधिकृत रूप से पे्रक्टिस करते हैं। सोशल मीडिया पर हमारे स्टाफ का ग्रुप है जिस पर मुझे भी देख लेने की धमकियां दी गई तो मैने भी देख लेने की बात लिख दी। यह हमारा आपसी मामला है।
– डॉ. मीनाक्षी धाकड़, महिला विशेषज्ञ पुष्कर चिकित्सालयडॉ. प्रफुल्ल को जांच सौंपी गई है। दोषियो के खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई होगी। – आर. के. गुप्ता, प्रभारी चिकित्सक पुष्कर चिकित्साल