शुरुआती झटकों के बाद मजबूत वापसी
टॉस हार कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली की टीम को विदर्भ ने शुरुआत में एक के एक बाद चार झटके दिए। सलामी बल्लेबाज कुणाल चंदेला बिना खाता खोले आउट हुए। जबकि दूसरे जोड़ीदार गौतम गंभीर (15) को अक्षय वाघरे ने अपना शिकार बनाया। नितिश राणा और कप्तान ऋषभ पंत 21-21 रन बना सके। इन झटकों के कारण दिल्ली का स्कोर एक समय 99 पर चार विकेट हो गया था। लेकिन इसके बाद हिम्मत सिंह ने ध्रुव शोरे के साथ मिलकर विदर्भ के गेंदबाजों के विकेट लेने के सिलसिले पर ब्रेक लगा दिया। दोनों बल्लेबाजों के बीच पांचवें विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी हुई।
गुरबानी ने कराई विदर्भ की वापसी
हिम्मत और धुव्र के बीच जारी साझेदारी से दिल्ली की टीम मजबूत स्कोर की ओर बढ़ रही थी। लेकिन इस साझेदारी को सेमीफाइनल में विदर्भ की जीत के हीरो रहे रजनीश गुरबानी ने तोड़ कर विदर्भ की वापसी कराई। गुरबानी ने हिम्मत सिंह को 66 रन के स्कोर पर आउट कराया। हिम्मत के बाद क्रीज पर उतरे मनन शर्मा सिर्फ 13 रन ही बना सके और 242 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट गए।
ध्रुव शोरे की शातकीय पारी
242 पर छह विकेट खोने के बाद दिल्ली के शतकवीर बल्लेबाज ध्रुव को विकास मिश्रा का साथ मिला और दोनों दिन का खेल खत्म होने तक नाबाद विकेट पर खड़े रहे। ध्रुव ने अपनी इस शातकीय पारी में अभी तक 256 गेंदें खेली हैं और 17 चौके लगाए हैं। विकास ने 37 गेंदों में बिना किसी बाउंड्री के पांच रन बनाए हैं। विदर्भ की तरफ से गुरबानी और आदित्य ठाकरे ने दो-दो विकेट लिए हैं। सिद्देश नेराई और वाघारे को एक-एक सफलता मिली।