क्रिकेट

रणजी के खिताबी रण का दो रोचक रिकॉर्ड, एक 45 साल बाद तो दूसरा 83 साल बाद बना

रणजी ट्रॉफी के फाइनल में विदर्भ और दिल्ली के बीच गेंद और बल्ले के बीच जोरदार संघर्ष देखने को मिल रहा है।

नई दिल्लीDec 30, 2017 / 12:25 pm

Prabhanshu Ranjan

नई दिल्ली। 2017-18 के सत्र का रणजी फाइनल इस समय इंदौर में खेला जा रहा है। विदर्भ और दिल्ली के जारी इस खिताबी भिड़ंत के दूसरे दिन विदर्भ ने अपनी पहली पारी में रन बना लिए है। इससे पहले दिल्ली की पहली पारी 295 पर सिमट गई। पहले दिन छह विकेट खोकर 271 रन बनाने वाली दिल्ली की टीम दूसरे दिन पहले सत्र में ऑल आउट हो गई। इस मैच में गेंद और बल्ले के बीच रोचक संघर्ष दिख रहा है। पहले दिन एक समय 99 पर चार विकेट खोने वाली दिल्ली धुव्र शोरे और हिम्मत सिंह की अच्छी बल्लेबाजी के बाद मैच में मजबूत वापसी करती दिखी थी। लेकिन दूसरे दिन के पहले सत्र में विदर्भ को पहली बार फाइनल में पहुंचाने वाले रजनीश गुरबानी ने शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन की। गुरबानी की घातक गेंदबाजी से विदर्भ मैच में वापसी कर चुकी है। साथ ही इस मैच से दो नए रिकॉर्ड भी बने।

गुरबानी ने 45 साल बाद किया ये कारनामा
विदर्भ के बेहतरीन गेंदबाज रजनीश गुरबानी ने फाइनल मैच के दूसरे दिन हैट्रिक लेते हुए दिल्ली को 295 पर समेट दिया। रजनीश रणजी के फाइनल में हैट्रिक लेने वाले दूसरे गेंदबाज बने। रजनीश से पहले तमिलनाडु के बी कल्याणसुंदरम ने 1972-73 के रणजी फाइनल में बंबई के खिलाफ हैट्रिक लेने में कामयाबी हासिल की थी। रजनीश ने 45 साल पहले फाइनल में हैट्रिक लेने का कारनामा किया।

साल 2017 में रणजी का दूसरा फाइनल
आमतौर पर प्रत्येक साल रणजी ट्रॉफी का एक ही संस्करण आयोजित होता है। फाइनल मुकाबला भी एक ही खेला जाता है। लेकिन इस साल 83 साल बाद ऐसा हो रहा है कि साल 2017 में दो रणजी फाइनल खेले जा रहे हो। बता दें कि साल 2016-17 का रणजी फाइनल भी इसी साल जनवरी में खेला गया था। इस अनोखे रिकॉर्ड के साथ-साथ इंदौर के नाम पर भी एक और रिकॉर्ड दर्ज हुआ। दरअसल इंदौर एक साल में रणजी के दो खिताबी मुकाबलों को आयोजित करने वाला शहर बना। बता दें कि जनवरी में खेला गया सत्र 2016-17 का रणजी फाइनल मुंबई और गुजरात के बीच 10 जनवरी 2017 से इंदौर में खेला गया था। जिसमें गुजरात ने 5 विकेट से जीत हासिल की थी।

 

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