पहली बार रणजी के फाइनल में पहुंची थी विदर्भ
विदर्भ की टीम पहली बार रणजी के फाइनल में पहुंचने में सफल हुई थी। सेमीफाइनल मुकाबले में रजनीश गुरबानी के शानदार गेंदबाजी के दम पर विदर्भ ने कनार्टक को शिकस्त देते हुए फाइनल का टिकट पक्का किया था। जिसके बाद सात बार की चैंपियन दिल्ली को मात देते हुए विदर्भ ने रणजी में इतिहास रच दिया।
रजनीश ने दिल्ली को खिताब से किया दूर
अपने आठवें खिताब के लिए प्रयासरत दिल्ली को रजनीश गुरबानी ने जीत से दूर कर दिया। मैच में टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली की टीम पहले दिन धुव्र शोरे और हिम्मत सिंह की बल्लेबाजी के दम पर अच्छी वापसी करने में कामयाब हुई थी। लेकिन दूसरे दिन रजनीश ने हैट्रिक लेते हुए दिल्ली की पहली पारी महज 295 रन समेट दी। पहली पारी में विदर्भ के रजनीश गुरबानी ने हैट्रिक सहित छह विकेट लिए।
विदर्भ ने बनाया बड़ा स्कोर
दिल्ली को 295 पर आउट करने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे विदर्भ के बल्लेबाजों ने बड़ा स्कोर बनाते हुए मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली। अक्षय वाडकर के 133 रनों की बदौलत विदर्भ पहली पारी में 547 रन बनाकर 252 रनों की अहम बढ़त हासिल करने में कामयाब हुआ। इसके बाद दिल्ली की टीम मैच के चौथे दिन अपनी दूसरी पारी में महज 280 रन बनाकर आउट हो गई। दिल्ली की दूसरी पारी में अक्षय वखारे ने चार और आदित्य सरवटे ने तीन विकेट लिए। इस प्रकार से विदर्भ को जीत के लिए 29 रनों का लक्ष्य मिला, जिसे उसने एक विकेट खोकर हासिल कर लिया।