इयान हीली ने आरोप लगाया था कि भारत दौरे पर पिच पूरी तरह से स्पिनरों की मददगार होती हैं और अगर ऐसा हुआ तो घरेलू टीम का पलड़ा भारी होगा, लेकिन अगर पिच बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिए अच्छी हुई तो उनकी टीम के पास जीत दर्ज करने का मौका होगा। हीली ने ‘एसईएनक्यू ब्रेकफास्ट’ से कहा, ”अगर वह ऐसी पिच तैयार करते हैं जो शुरुआत में बल्लेबाजी के लिए अच्छी हो और खेल के आगे बढ़ने के साथ स्पिनरों की मददगार हो तो ऑस्ट्रेलिया के जीतने की संभावना अधिक होगी।”
उनके इस बयान को लेकर अश्विन ने कहा, ‘बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी से पहले इयान हीली ने बयान दिया कि भारतीय टीम चाहती है कि ऑस्ट्रेलिया यहां आकर सहज महसूस न करे। उन्हें लगता है कि अभ्यास के लिए अलग तरह की पिच ऑस्ट्रेलिया को दी जाएगी। जहां तक मेरा मानना है तो मुझे लगता है कि इस बयान ने नया स्पार्क दे दिया। ये बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी है हमें ऐसा स्पार्क चाहिए न दोस्तों। हमने देखा कि स्टीव स्मिथ और उस्मान ख्वाजा ने भी कुछ विवादित बातें कही है तो अब मजा आएगा।
हीली के बयान पर भारत के पूर्व कोच जॉन राइट ने भी करारा जवाब दिया है। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ”इयान हीली, अपनी घरेलू सरजमीं पर खेलने वाले देश अपनी टीम के अनुकूल पिचें बनाने के हकदार हैं। यह बिलकुल भी अनुचित नहीं है। यही टेस्ट क्रिकेट को महान बनाता है।” राइट 2000-2005 में सौरव गांगुली की कप्तानी वाली भारतीय टीम के कोच रहे हैं।
चार मैचों की टेस्ट सीरीज 9 फरवरी से शुरू होने जा रही है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला मुक़ाबला नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन (VCA) में खेला जाएगा। यह सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के माध्यम से बहुत अहम है। अगर भारत यह सीरीज जीत जाता है तो वह डबल्यूटीसी के फ़ाइनल में प्रवेश कर जाएगा।