विश्व कप की भारतीय टीम में किया गया था नजरअंदाज
आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 की भारतीय टीम में अंबाती रायुडू नंबर चार पर बल्लेबाजी के बड़े दावेदार थे, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें नजरअंदाज कर पहले विजय शंकर को टीम में शामिल किया और विजय शंकर के घायल होने पर उनकी जगह मयंक अग्रवाल को तरजीह दी थी। इतना ही नहीं जब शिखर धवन चोटिल होकर बाहर हुए थे, तब भी चयनकर्ताओं ने अंबाती रायडू को टीम में नहीं शामिल किया, बल्कि उनकी जगह ऋषभ पंत को वरीयता दी। अंबाती रायडू को नजरअंदाज करने के चयनकर्ताओं के फैसले की काफी आलोचना भी हुई थी।
जब पहली बार विश्व कप में की टीम में अंबाती रायुडू की जगह विजय शंकर का टीम में चयन हुआ था तो मुख्य चयनकर्ता ने शंकर को थ्रीडी खिलाड़ी बताया था। इस पर तंज कसते हुए अंबाती रायडू ने ट्वीट किया था- उन्होंने विश्व कप देखने के लिए थ्रीडी चश्मा खरीद लिया है। बताते हैं कि इसी ट्वीट के कारण शिखर धवन और विजय शंकर के चोटिल होने के कारण अंबाती रायडू का चयन चयनकर्ताओं ने नहीं किया था।
हैदराबाद संघ ने की कप्तान बनाने की घोषणा
33 साल के अंबाती रायुडू को कप्तान बनाने की घोषणा करते हुए हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन ने कहा कि उन्होंने भावुक होकर संन्यास का फैसला लिया था। अब संन्यास का फैसला वापस ले लिया है और वे घरेलू टूर्नामेंट खेल पाएंगे और चयन के लिए स्वीकृति दे दी है। इसी कारण हैदराबाद राज्य क्रिकेट संघ ने रायडू को टीम का कप्तान नियुक्त करने का फैसला लिया है।
विजय हजारे ट्रॉफी में हैदराबाद की टीम के सारे मैच बेंगलूरु में खेले जाएंगे। उनका पहला मैच कर्नाटक की टीम के खिलाफ 24 सितंबर को है। इसके अलावा हैदराबाद को गोवा, आंध्र प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, सौराष्ट्र, मुंबई और केरल की टीम से खेलना है।