भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी अपनी बेहतरीन विकेटकीपर और शानदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। उनकी शानदार विकेट कीपिंग के चलते कई खिलाड़ियों के करियर उस वक़्त भी खत्म हो गए थे। नए खिलाड़ियों को बतौर विकेटकीपर मौका मिलना मुश्किल हो गया था। लेकिन जब महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की तो रिद्धिमान साहा को बतौर विकेटकीपर भारतीय टीम में मौका मिलने लगा। इससे पहले कि साहा बतौर विकेटकीपर भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करते उससे पहले ही एक युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने उनका पत्ता काट दिया और अपनी आकर्षक बल्लेबाजी और शानदार विकेट कीपिंग के चलते भारतीय टीम में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली हैं। रिद्धिमान साहा अभी 36 बरस के हैं इस उम्र में ज्यादातर खिलाड़ी क्रिकेट को अलविदा कह देते हैं। रिद्धिमान साहा को अब केवल ऋषभ पंत के चोटिल होने के चलते ही मौका मिल सकता है। युवा ऋषभ पंत हालांकि शुरुआती मैचों में बल्ले के साथ तो शानदार प्रदर्शन करते थे लेकिन उनकी विकेटकीपिंग की खूब आलोचनाएं होती थी।
इस साल की शुरुआत में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी। वहां पर ऋषभ पंत ने बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज काफी शानदार प्रदर्शन किया। जिसके चलते भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर जीतने में कामयाब हो पाई। बता दें कि ऋषभ पंत ने आक्रामक तरीके से शानदार बल्लेबाजी की जिसके चलते एक टेस्ट ड्रॉ और दो टेस्ट जीतने में भारतीय टीम कामयाब रही। इसके चलते भारतीय टीम ने 2-1 से सीरीज अपने नाम की।