रोहित ने कहा- वह अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते थे
मैच के बाद रोहित शर्मा ने कहा कि वह अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते थे। उनके लिए पारी का आगाज करना एक शानदार मौका था। इस मौके को देने के लिए वह टीम प्रबंधन का शुक्रिया अदा करना चाहते हैं। इसलिए भी क्योंकि उन्होंने पहले कभी ओपन नहीं किया था।
रोहित शर्मा ने कहा कि कुछ साल पहले उनसे कहा गया था कि वह टेस्ट में भी पारी की शुरुआत कर सकते हैं। इस वजह से वह नेट्स पर पहले से नई गेंद से अभ्यास किया करते थे। उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले उन्हें इसका संकेत दिया गया था। वह शारीरिक और मानसिक तौर पर इसके लिए तैयार थे। उनके लिए यह चौंकाने वाला निर्णय नहीं था।
स्वाभाविक खेल ही खेलेंगे
रोहित ने कहा कि पारी की शुरुआत में आपको सावधानी बरतनी होती है। आप चाहे लाल गेंद से खेलें या फिर सफेद से आपको अपने बेसिक्स पर ध्यान देना होता है और अच्छी गेंदों का सम्मान करना होता है। रोहित ने कहा कि उनका काम एक खास अंदाज में खेलना था और यह वही था, जो लोग उनसे सालों से उम्मीद करते आए हैं। उन्होंने कहा कि वह आने वाले समय में भी अपना स्वाभाविक खेल जारी रखेंगे। उन्होंने इसमें सावधानी के साथ आक्रमकता भी शामिल किया है, लेकिन इसके बावजूद यह काफी हद तक दिन विशेष के हालात पर निर्भर करता है।
रोहित ने कहा कि यह सबसे अहम होता है कि विकेट कैसी है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मैच में उनके नाम कई रिकार्ड हुए। उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी। उनका ध्यान अपने खेल का लुत्फ उठाने का था और अपनी टीम को अच्छी स्थिति में लाने पर था। वह अपनी कोशिश में कामयाब रहे, क्योंकि वह मानते हैं कि किस्मत भी बहादुरों का साथ देता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी टीम का पूरा ध्यान मैच जीतने पर था और हम यह करने में सफल रहे।