पश्चिम बंगाल क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली का नाम हितों के टकराव मामले में आया
नई दिल्ली। आईपीएल में अगले दो साल के लिए दो नई टीमों को शामिल करते ही विवाद हो गया। विवाद पुणे टीम के मालिकाना हक को लेकर हुआ और पश्चिम बंगाल क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली का नाम हितों के टकराव मामले में आ गया। पुणे के मालिक संजीव गोयनका और सौरव गांगुली इंडियन सुपर लीग में एटलेटिको कोलकाता के सहमालिक है इसके चलते गांगुली पर हितों के टकराव का आरोप लगा।
हालांकि आरपीजी ग्रुप के मालिक संजीव गोयनका ने साफ किया कि आईपीएल टीम के वे अकेले मालिक है और इसमें गांगुली की कोई हिस्सेदारी नहीं। उन्होंने कहाकि यह तय है कि इसमें सौरव की हिस्सेदारी नहीं है। इसका शत प्रतिशत स्वामित्व मेरे पास है और यह मेरी और मेरी कंपनी की टीम है। आईएसएल के दौरान मैंने गांगुली से इस बारे में बात की थी तब उसने इस बारे में कुछ नहीं कहा था। उन्होंने बताया कि वे शुरु से आईपीएल टीम खरीदना चाहते थे। गोयनका ने कहा, मैं कोलकाता टीम खरीदना चाहता था लेकिन शाहरूख खान ने हमें पीछे छोड़ दिया।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष शशांक मनोहर ने भी साफ किया कि गांगुली को लेकर हितों के टकराव का मामला नहीं बनता है। जहां तक मैं समझता हूूं, गांगुली को लेकर हितों के टकराव का मामला नहीं बनता है। यदि वह आईपीएल की किसी टीम में शामिल होते तो अलग बात होती लेकिन मुझे लग रहा है कि कई लोगों को हितों के टकराव का मतलब ही नहीं पता है। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान गांगुली आईपीएल संचालन परिषद के सदस्य हैं।
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