सभी क्रिकेट बोर्ड के साथ मिलकर काम करूंगा
आईसीसी के पहले स्वतंत्र चेयरमैन चुने जाने के बाद मनोहर ने कहा, मैं आईसीसी के इस सर्वोच्च पद को हासिल करके गौरवान्वित महसूस कर रहा है। इसके लिए मैं सभ्भी लोगों का तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मैं हमेशा क्रिकेट के बेहतर भविष्य के लिए प्रयास करूंगा। मैं सभी क्रिकेट बोर्डो के साथ मिलकर काम करते हुए क्रिकेट को नई ऊंचाईंयों में लेकर जाउंगा।
डालमिया के निधन के बाद बने थे अध्यक्ष
बता दें कि लॉयर और अच्छे एडमिनिस्ट्रेटर कहे जाने वाले 58 वर्षीय मनोहर को अक्टूबर 2015 में जगमोहन डालमिया के निधन के बाद बीसीसीआई प्रेसिडेंट बनाया गया था। महज आधे घंटे की मीटिंग में वे बिना किसी विरोध के प्रेसिडेंट चुन लिए गए थे। पिछले कुछ महीनों से बीसीसीआई में आ रहे बड़े बदलावों और रिफॉर्म्स की कोशिशों का क्रेडिट मनोहर को ही जाता है। मनोहर पहले भी 2008 से 2011 तक बीसीसीआई प्रेसिडेंट रह चुके थे। हालांकि लोढ़ा कमेटी की सिफारिश के बाद कई एसोसिएशन शशांक से नाराज़ चल रहे थे, सूत्रों के मुताबिक लगभग 21 एसोसिएशन तख्ता पलट के लिए पूरी तरह तैयार बैठे थे।