वेलिंगटन में होने वाले पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया के लिए किए गए पिछले प्रदर्शन के कारण पृथ्वी शॉ का पलड़ा भारी लगता है। अनजाने में शक्तिवर्धक दवा लेने के कारण आठ माह के निलंबन से पहले पृथ्वी शॉ ने टीम इंडिया के लिए टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। प्रतिबंध से वापसी के बाद भी उन्होंने घरेलू टूर्नामेंटों में और इंडिया-ए के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है तो हाल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए वनडे सीरीज में भी उनका प्रदर्शन संतोषजनक रहा था। वहीं अपनी बारी का इंतजार कर रहे शुभमान गिल भी घरेलू टूर्नामेंटों और इंडिया-ए की तरफ से शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। इसलिए बतौर सलामी बल्लेबाज पहले टेस्ट के लिए इन दोनों के बीच जबरदस्त प्रतिस्पर्धा चल रही है। इस सवाल पर कोच रवि शास्त्री ने कहा कि दोनों खिलाड़ी बेहद प्रतिभाशाली हैं। वेलिंगटन में चाहे किसी को भी अंतिम एकादश में जगह मिले, लेकिन अहम बात यह है कि वो दोनों यहां हैं। भारतीय दल का हिस्सा हैं और यहां से उनके लिए आसमान ही सीमा है।
गिल पर पिछले एक साल से है नजर
कोच शास्त्री ने बताया कि उनकी और कप्तान विराट कोहली की पिछले कुछ सालों से गिल के खेल पर करीबी नजर है। वह बेहद प्रतिभाशाली है। बल्लेबाजी के प्रति उनका रवैया एकदम स्पष्ट है। वह सकारात्मक मानसिकता के साथ खेलता है। 21 साल पूरा करने जा रहे इस लड़के के लिए यह बेहद उत्साहित करने वाला है। उन्होंने मयंक, गिल और शॉ की तारीफ करते हुए कहा कि तीनों एक ही तरीके के खिलाड़ी हैं। वह सभी एक ही स्कूल से हैं। इन तीनों को नई गेंद का सामना करना और चुनौतियां बेहद पसंद है। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य से रोहित बाहर हैं। इस कारण शुभमान और पृथ्वी, मयंक के साथ सलामी बल्लेबाजी के दावेदार बन गए हैं। ये प्रतिद्वंदिता जरूरी है। यही चीज 15 सदस्यीय दल को मजबूत और स्थायी बनाती है।
एक उम्मीद यह भी थी कि पहले टेस्ट के लिए पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल ओपन करने उतरें और शुभमान गिल को मध्यक्रम में जगह दी जाए, लेकिन आज से शुरु अभ्यास मैच में हनुमा विहारी ने मध्यक्रम में जिस जांबाजी का परिचय दिया, इस कारण मध्यक्रम में गिल को जगह मिलना मुश्किल लगता है। जिस मैदान पर सारे भारतीय बल्लेबाज फेल रहे, वहीं हनुमा विहारी ने 101 रन बना डाले और उन्हें कोई भी गेंदबाज आउट नहीं कर सका। अंत में उन्हें दूसरे बल्लेबाजों को मौका देने के लिए रिटायर्ड हर्ट होकर पैवेलियन आना पड़ा। इस कारण बस अब एक ओपनिंग स्लॉट ही खाली बचा है और इसके दावेदार ये दोनों हैं। अत: तय लगता है कि इन दोनों में से अंतिम एकादश में कोई एक ही बल्लेबाज शामिल हो सकेगा। आज के अभ्यास मैच में तीनों सलामी बल्लेबाज मयंक, पृथ्वी और गिल फेल रहे। मयंक अग्रवाल ने जहां सिर्फ एक रन बनाए तो शॉ और गिल खाता भी नहीं खोल सके।