काउंटी टीमें उनके फैसले से हैरान थी
शोएब अख्तर ने कहा कि उस समय वह लाहौर की बाहरी सीमा पर थे। एक जनरल ने उनसे पूछा कि वह यहां क्या कर रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि युद्ध शुरू होने वाला है। हम लोग एक साथ मरेंगे। इस साक्षात्कार के दौरान शोएब अख्तर ने यह भी खुलासा किया कि उन्होंने दो-दो बार काउंटी क्रिकेट छोड़ा। उनके इस फैसले से काउंटी हैरान भी थीं, लेकिन व इससे तनिक भी चिंतित नहीं थे। शोएब अख्तर ने बताया कि उस दौरान कश्मीर में उन्होंने अपने दोस्तों को फोन किया था और कहा था कि वह लड़ाई के लिए तैयार हैं।
क्रिकेट और राजनीति को अलग रखने की अख्तर करते हैं वकालत
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर उन खिलाड़ियों में से एक हैं, जो राजनीति और क्रिकेट दोनों को अलग-अलग रखने की वकालत करते हैं। लॉकडाउन से ठीक पहले उन्होंने भारत-पाकिस्तान (India vs Pakistan Cricket match) के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट खेलने की वकालत की थी। उन्होंने कहा था कि दोनों एशियाई पड़ोसियों को राजनीतिक मतभेदों को अलग रखकर क्रिकेट खेलना चाहिए। उन्होंने कहा था कि भारत-पाकिस्तान की कबड्डी, टेनिस टीमें एक-दूसरे से द्विपक्षीय मैच खेल सकती हैं तो दोनों देशों के बीच क्रिकेट क्यों नहीं हो सकता। उन्होंने तो यहां तक कहा था कि अगर पाकिस्तान में खेलने में मसला हो तो दोनों देश तटस्थ देश पर मैच खेल सकती हैं।