श्रेयस अय्यर ने एक क्रिकेट वेबसाइट को दिए साक्षात्कार में बताया कि वह एक चारदिवसीय मैच में खेल रहे थे। उनके इस मैच को देखने के लिए राहुल द्रविड़ भी आए थे। राहुल द्रविड़ उन्हें पहली बार बल्लेबाजी करते देख रहे थे। पहले दिन के आखिरी ओवर का खेल था। वह 30 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। सबको लग रहा था कि आखिरी ओवर है। वह आराम से खेलेंगे। कोई जोखिम नहीं उठाएंगे।
खुद को रोक नहीं पाए और जड़ दिया सिक्स
दिन का आखिरी ओवर चल रहा था। गेंद कोई स्पिनर करा रहा था। उसने एक फ्लाइटेड गेंद फेंकी और अय्यर खुद को रोक नहीं पाए। क्रीज से बाहर निकल कर गेंद पर तेज प्रहार कर हवा में उछाल दिया। वह गेंद छह रन के लिए स्टेडियम के बाहर चली गई। ड्रेसिंग रूम से निकल कर हर कोई बाहर झांकने लगा कि देखें वह कौन बल्लेबाज है, जो दिन के आखिरी ओवर में ऐसे खेल रहा है।
श्रेयस अय्यर ने कहा कि उस दिन राहुल द्रविड़ ने उनका आकलन इसी शॉट से किया। वह उनके पास आए और बोले, ‘बॉस, यह क्या था? यह दिन का आखिरी ओवर है और तुम ऐसे कर रहे हो? अय्यर ने कहा कि उस वक्त तो नहीं, लेकिन उन्हें बाद में यह अहसास हुआ कि वह क्या कहना चाह रहे हैं।