वहीं मंगलवार (7 नवंबर) को तिरुवनंतपुरम में खेले गए तीसरे टी20 मैच में जीत के साथ ही सीरीज पर कब्जा करने के बाद जब विराट कोहली ने धोनी को लेकर उठ रहे सवालों पर जबाब देते हुए कहा कि “आपने श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया सीरीज में देखा होगा कि धोनी का प्रदर्शन शानदार रहा है। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में उन्हें बल्लेबाजी का ज्यादा मौका ही नहीं मिल पाया। आपको ये समझना होगा कि वह किस समय और किस पोजिशन पर बल्लेबाजी करने आते हैं। यहां तक कि हार्दिक भी उस पोजीशन पर कभी-कभी बल्लेबाजी नहीं कर पाता है और आप एक व्यक्ति पर उंगली उठा रहे हैं।”
उन्होंने कहा ”राजकोट में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में हार्दिक भी रन नहीं बना पाया और न ही धोनी। ऐसे में हम जानबूझ सिर्फ एक को ही निशाना क्यों बना रहे हैं।”
कोहली ने कहा, ”अगर मैं तीन बार फेल होता हूं तो कोई मुझपर उंगली नहीं उठाएगा क्योंकि मैं 35 (साल) से ऊपर नहीं हूं।”
कोहली ने कहा, ”अगर मैं तीन बार फेल होता हूं तो कोई मुझपर उंगली नहीं उठाएगा क्योंकि मैं 35 (साल) से ऊपर नहीं हूं।”
उन्होंने कहा कि, ”मुझे लगता है कि लोगों को थोड़ा धैर्य रखना चाहिए. धोनी बेहद समझदार खिलाड़ी हैं और वो अच्छी तरह समझते हैं कि उनका क्रिकेट कैसा है, उनका शरीर कैसा है। किसी और को उनके बारे में फैसला लेने का कोई हक नहीं हैं।’
बताते चलें कि पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम कि शुरुआत बेहद धीरे रहीं। अपने पहले ही ओवर में टीम में वापसी कर रहे साउथी ने दोनों भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और सिखर धवन को चलता कर दिया। अगले ओवर में गेंदबाजी करने आये सोढ़ी ने कप्तान कोहली(13) को बोल्ट के हाथो कैच करा चलता कर दिया। न्यूज़ीलैंड कि बेहतरीन गेंदबाजी के चलते भारत 8 ओवर मैं सिर्फ 67 रन ही बना पाया। भारत के लिए सबसे ज्यादा 17 रन मनीष पण्डे ने बनाए वही न्यूज़ीलैंड की तरफ से सोढ़ी और साउथी ने 2-2 विकेट व बोल्ट ने एक विकेट चटकाया।
भारत के 68 रन का पीछा करने उतरी कीवी टीम जसप्रीत बुमराह की गेंदबाजी के सामने पस्त हो गई। पहले ही ओवर मैं भुवनेश्वर कुमार ने गप्टिल को चलता कर दिया। खतरनाक दिख रहे मनरो को बुमराह ने 7 रनो के निजी स्कोर पर चलता कर दिया। खतरनाक दिख रहे मनरो को बुमराह ने 7 रनो के निजी स्कोर पर चलता कर दिया।शुरुआती झटको के बाद न्यूज़ीलैंड उभर ही नहीं पाया और मैच उसकी गिरफ्त से निकल गया। न्यूज़ीलैंड के लिए सांसे ज्यादा रन 17 ग्रैंडहोम ने बनाए वही भारत कि तरफ से बुमराह और चहल ने बेहतरीन गेंदबाजी की।