आईपीएल इतिहास के दो सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी हैं कमिंस और स्टोक्स
बता दें कि पैट कमिंस और बेन स्टोक्स आईपीएल इतिहास के दो सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी हैं। पैट कमिंस को पिछले साल आईपीएल-13 की नीलामी में 15.50 करोड़ रुपए मिले थे। इसी के साथ वह आईपीएल इतिहास के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए थे। उनसे ज्यादा सिर्फ युवराज सिंह को मिला 16 करोड़ रुपए मिले हैं। वहीं यह बता दें कि 12.50 करोड़ रुपए लेकर बेन स्टोक्स आईपीएल इतिहास के दूसरे सबसे महंगे विदेशी खिलाड़ी हैं। लेकिन न्यूजीलैंड के इयान स्मिथ का मानना है कि अगर विव रिचर्ड्स आज होते तो उन्हें इन दोनों को मिलाकर जितनी रकम मिली है, उससे ज्यादा मिलती।
विश्व कप 1975 और 1979 के विजेता वेस्ट इंडीज क्रिकेट टीम के सदस्य रहे विव रिचर्ड्स अपने दौर के सबसे आक्रामक बल्लेबाज थे उन्होंने 121 टेस्ट में 8540 और 187 वनडे में 6721 रन बनाए। इयान स्मिथ ने आईसीसी (ICC) की वीडियो सीरिज ‘इनसाइड आउट’ में कहा कि उनका मानना है कि विव रिचर्ड्स किसी भी दौर और प्रारूप में बेहतरीन खिलाड़ी होते। जरा उनका स्ट्राइक रेट देखिए। अपने समय में यह सबसे ज्यादा था। यह उस समय टी-20 का स्ट्राइक रेट था, जबकि यह प्रारूप था भी नहीं।
गेंदबाजों का धज्जियां उधेड़ने का हुनर विरले मिलता है
स्मिथ ने कहा कि अगर रिचर्ड्स टी20 खेल रहे होते तो फ्रेंचाइजी में उन्हें लेने के लिए होड़ मची होती। वह टी-20 क्रिकेट में लीजेंड होते। अगर आईपीएल में होते तो कमिंस, स्टोक्स पर मिलाकर खर्च हुई रकम से ज्यादा दाम उन पर लगता। वह दर्शकों को जबर्दस्त मनोरंजन देते। स्मिथ ने कहा कि जब भी आप सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ विश्व एकादश चुनेंगे तो विव रिचर्ड्स का नाम हमेशा जेहन में रहेगा। उन्होंने कहा कि इतने सालों में कई बल्लेबाजों ने कई रिकॉर्ड बनाए, लेकिन गेंदबाजी की धज्जियां उधेड़ने का ऐसा हुनर विरले ही देखने को मिलता है।
आजकल के दौर में यह देखा जा रहा है कि विकेटकीपर अच्छे बल्लेबाज भी होते हैं। अगर ऐसा नहीं है तो वह टीम में जगह नहीं बना पाते। इस पर स्मिथ ने कहा कि विशेषज्ञ विकेटकीपर की बात अब अतीत हो गई। अब विकेटकीपर बल्लेबाज का चलन है। स्मिथ ने कहा कि उन्हें लगता है कि यह सिलसिला एडम गिलक्रिस्ट से शुरू हुआ है। विशेषज्ञ विकेटकीपर के पक्ष में बोलते हुए स्मिथ ने कहा कि विकेटकीपिंग का हुनर का विकल्प रन बनाना नहीं हो सकता है। स्मिथ ने कहा कि यदि वह विराट कोहली, रोहित शर्मा या डेविड वॉर्नर का कैच शुरू में ही छोड़ दें और उसके बाद वह 40 रन बनाएं तो इसका क्या फायदा।