scriptदक्षिण अफ्रीका के बेहतरीन स्पिनर Ismail ‘Baboo’ Ebrahim का निधन, रंगभेद ने बरबाद किया करियर | South African spinner Ismail Baboo Ebrahim dies at the age of 73 | Patrika News

दक्षिण अफ्रीका के बेहतरीन स्पिनर Ismail ‘Baboo’ Ebrahim का निधन, रंगभेद ने बरबाद किया करियर

locationनई दिल्लीPublished: Jul 18, 2020 06:25:27 pm

Submitted by:

Mazkoor

दक्षिण अफ्रीका की रंगभेद नीति के कारण बाएं हाथ के परंपरागत Left Arm Spinner Ismail ‘Baboo’ Ebrahim अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाए।

Ismail Baboo Ebrahim dies at 73

Ismail Baboo Ebrahim dies at 73

डरबन : 1970-80 के दशक में दक्षिण अफ्रीका के बेहद प्रतिभाशाली खतरनाक स्पिनर हुआ करते थे इस्माईल ‘बाबू’ इब्राहिम (Ismail ‘Baboo’ Ebrahim)। यह दुखद है कि दक्षिण अफ्रीका की रंगभेद नीति के कारण वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल सके, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने उसे प्रतिबंधित कर रखा था। रंगभेद नीति समाप्त होने के बाद जब तक दक्षिण अफ्रीका की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी वापसी हुई, तब तक उनका क्रिकेट करियर समाप्त हो चुका था। 73 साल की उम्र में शनिवार 18 जुलाई को उनका निधन हो गया।

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ऐसा रहा उनका प्रथम श्रेणी करियर

रंगभेद के कारण बाएं हाथ के परंपरागत लेग स्पिनर (Left Arm Spinner) इब्राहिम हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल पाए, लेकिन प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड काफी शानदार रहा। 1971-72 सीजन में उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कदम रखा और संन्यास लेने से पहले 1984-85 तक उन्होंने 48 मैच खेले। इनमें से अधिकतर मैच उन्होंने नटाल प्रांत के लिए खेला और 21.33 के शानदार औसत से उन्होंने 179 विकेट बटोरे। इस दौरान उन्होंने एक पारी में आठ बार पांच से अधिक विकेट लिए तो दो बार एक मैच में 10 से अधिक विकेट लिया।

वह लंकाशर सेंट्रल लीग (Lancashire central league) में एक सीजन रेडक्लिफ (Redcliff) की ओर से भी खेले थे। इस एक सीजन में उन्होंने 14.62 के बेहद शानदार औसत से 62 विकेट लिए थे।

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क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने जताया शोक

इब्राहिम के निधन पर क्रिकेट साउथ अफ्रीका (CSA) ने शोक जताते हुए कहा कि एक बार 1976 में उन्हें दक्षिण अफ्रीका आमंत्रण एकादश (South Africa invitation XI) की ओर से किंग्समीड में इंटरनेशनल वांडरर्स (International Wanderers) के खिलाफ खेलने का मौका मिला था। तब वह 29 साल के थे और खेल के चरम पर थे। इस मैच की दूसरी पारी में उनका बॉलिंग फीगर 6/66 रहा था। इस मैच में उन्होंने प्रतिद्वंद्वी टीम की ओर से खेल रहे दो अंतरराष्ट्रीय कप्तान ऑस्ट्रेलिया के ग्रेग चैपल (Gregg Chappell) और इंग्लैंड के माइक डेनेस (Mike Denis) को भी शिकार बनाया था। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि अगर उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका मिला होता तो वह क्या कर सकते थे। वह फ्लाइटेड गेंद का शानदार इस्तेमाल करते थे और स्पिन तथा आर्मर गेंद उनकी बेहतरीन थी।

क्रिकेट साउथ अफ्रीका के के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जैक्स फॉल ने कहा कि इस्माइल बाबू इब्राहिम उन अनगिनत क्रिकेटरों में से एक थे, जिन्हें दुनिया में अपनी प्रतिभा दिखाने और अपने क्रिकेट के सपने देखने और उसे जीने के अवसर से वंचित रखा गया।

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