जब टीम का प्रदर्शन चरम पर होता था तो इसके फैंस का उत्साह भी सातवें आसमान पर होता था। टीम के लगातार अच्छे प्रदर्शन पर फैंस स्टैंड्स में खुशी से उछलते कूदते थे।
लेकिन अब तस्वीर पूरी तरह से बदल चुकी है। अब न तो टीम अच्छा खेलती है और न ही फैंस मैदान में आकर उनका उत्साह बढ़ाते हैं।
ताजा उदाहरण भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुई टेस्ट सीरीज का ही ले लिजिए। सीमित ओवर सीरीज में तो फिर भी स्थानीय लोग औसत संख्या में मैच देखने आए लेकिन टेस्ट मैचों में पूरी स्टेडियम में कुर्सियां खाली की खाली ही दिखाई दी।
क्यों क्रिकेट से मोह भंग हो रहा है वेस्टइंडीज फैंस का
वेस्टइंडीज फैंस का क्रिकेट से मोह भंग होने के पीछे एक बड़ी वजह तो है ही कि टीम का प्रदर्शन अब पहले जैसा नहीं रहा। इसके अलावा एक बड़ी वजह यह भी है कि ज्यादातर स्टार क्रिकेटर्स राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलने के बजाय प्राइवेट लीग्स में खेलने को तरजीह दे रहे हैं।
वैसे विंडीज क्रिकेट बोर्ड भी इसके लिए जिम्मेदार है वह खिलाड़ियों को समय पर वेतन व भत्ते नहीं देता जिसके कारण भी क्रिकेटर अपनी प्राथमिकताएं बदल रहे हैं।