बरमूडा ट्रायंगल में एेसी कौनसी शक्ति है कि इतनी बड़ी-बड़ी चीजें अचानक गायब हो जाती हैं आैर फिर कभी भी उनका पता नहीं चलता। हालांकि अब नासा के सैटेलाइट ने धरती की ऐसी तस्वीरें खींची हैं जो बरमूडा ट्राएंगल के रहस्य से पर्दा हटा सकती हैं। तस्वीर अटलांटिक महासागर में स्थित बरमूडा ट्राएंगल के ऊपर मंडराते बादलों की है।
बहामास और बरमूडा के बीच बादलों की तस्वीर ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया है। इसका कारण है बरमूडा ट्राएंगल पर मंडराने बादलों का आम बादलों से पूरी तरह अलग होना। सैटेलाइट की तस्वीरों में दिख रहे कुछ बादलों का आकार Hexagonal यानी षटकोण जैसा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक आमतौर पर बादलों का आकार ऐसा नहीं होता है।
तस्वीरों से पता चला है कि षटकोण से दिखने वाले बादलों के नीचे 274 किलाेमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं। ये हवाएं आसमान में 45 फीट ऊंची लहर या बवंडर बनाती हैं। हवा की इस ताकत के कारण ही वैज्ञानिकों ने इसे एयर बाॅम्ब नाम दिया है। ये हवाएं इतनी ताकतवर हैं कि अपने रास्ते में आने वाली हर चीज को मिटा देती हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार, ये हवाएं जब समुद्र से टकराती हैं तो ऊंची-ऊंची लहरें उठती हैं। ये लहरें इतनी अधिक ताकतवर होती हैं कि अपने आसपास की बड़ी से बड़ी चीज को भी निगल जाती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक ये बादल बरमूडा आइलैंड के दक्षिणी छोर में निर्मित होते हैं।
हम आपको बता दें कि बरमूडा ट्रायंगल करीब 5 लाख वर्ग किलोमीटर में फैला है। ये इलाका अब तक करीब 175 पानी के जहाज आैर हवार्इ जहाजों को लील चुका है। इसके कारण अब तक करीब एक हजार लोग कभी वापस नहीं लौटे। विभिन्न शोधकर्ताआें ने बरमूडा ट्रायंगल की सीमा फ्लोरिडा, बहमास, पूरे कैरेबियन द्वीप आैर अटलांटिक महासागर के उत्तरी हिस्से तक बतार्इ है। खास बात ये है कि ये दुनिया का सबसे व्यस्ततम जल मार्ग है जहां से रोजाना कर्इ जहाज गुजरते हैं।