अनुमोदन में लगभग चार दर्जन से अधिक पात्र परिवारों को चयन सूची से बाहर कर दिया गया। पूर्व पंचायत समिति सदस्य हरिबल्लभ मीना ने बताया कि इस सम्बंध में विभाग के उच्च अधिकारियों को भी शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
अब उच्च अधिकारियों के मौके आकर सर्वे सूची का ग्रामीणों की मौजूदगी में पुन: अनुमोदन कराने पर ही अटल सेवा केन्द्र का ताला खोला जाएगा। उधर तालाबंदी के दौरान इस पूरे मामले से सरपंच व सचिव ने अनभिज्ञता जाहिर की है।इससे प्रधानमंत्री आवासी योजना की सर्वे सूची के अनुमोदन के बाद चयनित परिवार भी संदह के घेरे में आगए हैं।
सवाल यह है कि आखिर सरपंच व ग्रामीणों की गैर मोजूदगी में सूची का अनुमोदन किसने किया है। उधर वार्डपंच देवीराम व सिद्दीक ने आरोप लगाया कि पंचायत की पाक्षिक बैठक तक समय पर नहीं होती। ऐसे में सूची के अनुमोदन की बात बेमानी है।
बाहर बैठकर करती रही घूंघट में काम मंगलवार सुबह ग्रामीणों द्वारा अटल सेवा केन्द्र पर ताला लगाने की सूचना पर सरपंच इन्दिरा देवी भी मौके पर पहुंची। सरपंच ने ग्रामीणों ने ताला खोलने की समझाइश भी की, लेकिन ग्रामीण अपनी जिद पर अड़े रहे।
बाद में सरपंच ने अटल सेवा केन्द्र के बाहर कुर्सी लगाकर ग्रामीणों के काम निपटाए। इस दौरान सरपंच घूंघट में ही काम करती नजर आई।