दरअसल यह दोनों सीरीज पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के बदले आयोजित की जा रही है क्योंकि श्रीलंका के कई प्रमुख खिलाड़ियों ने पाकिस्तान में खेलने से मना कर दिया था।
रत्नायके ने बताया, “यह दिसंबर में होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले की तैयारी है। मुझे पूरी उम्मीद है कि यह सीरीज अन्य खिलाड़ियों को यहां खेलने के लिए प्रेरित करेगी लेकिन हम किसी पर दबाव नहीं डाल सकते। उन्होंने फैसला लिया है और हमें उसका सम्मान करना चाहिए, लेकिन अगर चीजें सही हो गईं तो यह भविष्य के लिए बड़ी बात होगी। न सिर्फ पाकिस्तान के लिए बल्कि यहां आने वाले देशों के लिए भी।”
आपको बता दें कि श्रीलंका क्रिकेट टीम के 10 मुख्य खिलाड़ियों ने पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था। इसके बाद श्रीलंकाई चयन समिति को दोयम दर्जे की टीम चुनकर पाकिस्तान भेजनी पड़ी। गौरतलब है कि साल 2009 में पाकिस्तान दौरे पर गई श्रीलंका क्रिकेट टीम पर आतंकी हमला हुआ था। इस हमले के बाद से प्रमुख देशों ने पाकिस्तान में खेलने से इनकार कर दिया था। श्रीलंकन क्रिकेट बोर्ड भी दस साल बाद जाकर पाकिस्तान में टीम भेजने पर राजी हुआ।