बोले, गलतियों से हो जाता है करियर बर्बाद
बकनर ने बारबाडोस के मेसन एंड गेस्ट नाम के रेडियो कार्यक्रम में कहा कि उन्होंने सचिन तेंदुलकर को दो बार आउट दिया था। वह दो उनके अंपायरिंग करियर की दो गलतियां थीं। बकनर ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कोई अंपायर गलती करना चाहता है। यह गलतियां उसके साथ चिपकी रहती हैं और उसका भविष्य बर्बाद हो जाता है।
गाबा में गेंद स्टंप के ऊपर थी
बकनर ने गाबा के उस मैच को याद करते हुए कहा कि इस मैच में उन्होंने सचिन को एलबीडब्लू आउट करार दिया था। बकनर ने अब कहा कि जेसन गिलेस्पी (Jason Gilespie) की गेंद स्टंप के ऊपर से जा रही थी। बकनर ने कहा कि गलती इंसान ही करता है। एक बार ऑस्ट्रेलिया में, उन्होंने सचिन को तब एलबीडब्लू आउट दे दिया था, जब गेंद स्टम्प के ऊपर से जा रही थी।
इडेन के शोर में सुनना मुश्किल
इसके बाद अपनी दूसरी गलती को याद करते हुए बकनर ने कहा कि 2005 में ईडन गार्डेंस स्टेडियम में खेले गए एक मैच में उन्होंने अब्दुल रज्जाक (Abdul Razzaq) की गेंद पर सचिन को कैच आउट करार दिया था। उन्होंने कहा कि बल्ले से गुजरने के बाद गेंद ने अपनी दिशा बदल ली थी, लेकिन गेंद बल्ले से नहीं लगी थी ओर विकेटकीपर के पास चली गई थी। बकनर ने कहा कि ईडन गार्डन में जब आप हो और भारत बल्लेबाजी कर रहा है तो आप सुन नहीं सकते। 100,000 दर्शक शोर मचा रहे होते हैं। बकनर ने कहा कि यह वह गलतियां थीं, जिनको लेकर वह आज तक नाखुश हैं। उन्होंने कहा कि इंसान गलती करता है और गलती मानना जिंदगी का हिस्सा है।
बता दें कि 2005 में इडेन गार्डेन में सचिन के पास सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) के शतकों से आगे निकलने का मौका था। पाकिस्तान के खिलाफ इस मैच में वह अर्धशतक बनाकर 54 रन पर खेल रहे थे, तभी अब्दुल रज्जाक की गेंद पर अंपायर स्टीव बकनर के गलत फैसले का शिकार होकर वह पैवेलियन चले गए। इस बातचीत में स्टीव बकनर ने सचिन की तारीफ करते हुए कहा कि वह महान बल्लेबाज हैं। उनके पास हर तरह के शॉट थे। हालांकि बकनर ने यह भी कहाकि वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा (Brian Lara) सचिन से बेहतर बल्लेबाज थे।