खिलाड़ी शास्त्री के पक्ष में
अब सामने आ रहा है कि नए कोच की नियुक्ति में देरी का एक कारण खिलाडियों का अगले साल वर्ल्ड टी20 तक रवि शास्त्री को टीम डायरेक्टर के रूप में रखने की मांग भी है। खिलाड़ी शास्त्री को बरकरार रखने पर जोर दे रहे हैं। वहीं बीसीसीआई ने नए कोच की नियुक्ति के लिए सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्म ण की सदस्यता में एडवायजरी कमिटी बनाई है। इस कमिटी का गठन एक जून को किया गया था और इसे दो महीने होने को आए लेकिन उन्होंने अभी तक एक भी नाम की सिफारिश नहीं की है। एक बीसीसीआई अधिकारी का कहना है कि जब तक खिलाडियों से समझौता नहीं हो जाता नए कोच का नाम आना मुश्किल है।
वर्तमान सेट अप से खिलाड़ी खुश
उन्होंने बताया कि खिलाड़ी शास्त्री को चाहते हैं और वर्तमान कोचिंग सेट अप से खुश हैं। इस स्थिति में यह बहुत मुश्किल है कि कोच के रूप में किसी नए नाम की घोषणा होगी। यह इतनी जल्दी होने वाला नहीं है। हो सकता है कि आईसीसी वर्ल्ड टी20 के बाद चीजें बदलें और नई नियुक्ति हो। वहीं बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर कई मौकों पर कहते रहें है कि नए कोच की नियुक्ति जल्द ही हो जाएगी।
“कमिटी के नाम देने तक होगा इंतजार”
उनका कहना है कि सचिन, सौरव और लक्ष्मण की तीन सदस्यीय कमिटी को मुख्य कोच का नाम तय करने की जिम्मेदारी दी गई है। बोर्ड उनका सुझाव आने तक इं तजार करेगा। इस समय श्रीलंका दौरे तक रवि शास्त्री को टीम की जिम्मेदारी दी गई है। संभव है कि अक्टूबर में दक्षिण अफ्रीका से श्रृंखला से पहले नया कोच मिल जाएगा। यदि कमिटी नाम सुझाती है तो बोर्ड इस पर विचार करेगा, तब तक वर्तमान स्थिति जारी रहेगी।
धोनी और कोहली को भी शास्त्री पसंद
वनडे टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी और टेस्ट टीम के मुखिया विराट कोहली की लीडरशिप के तरीके में चाहे जमीन-आसमान का अंतर हो लेकिन शास्त्री पर दोनों एकमत हैं। कोहली ने शास्त्री के बारे में कहाकि वह काफी अच्छे व्यक्ति हैं और खिलाड़ी उनका सम्मान करते हैं। जब वे कुछ कहते हैं तो सभी सुनते हैं। उनके चलते खिलाडियों का आत्मविश्वास भी बढ़ा है। वहीं धोनी का इस बारे में कहना है कि यदि कुछ समय तक कोच का पद खाली रहता है तो कोई दिक्कत नहीं। इसे केवल इसलिए नहीं भरना चाहिए कि पद खाली पड़ा है तो भर दो।
वनडे टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी और टेस्ट टीम के मुखिया विराट कोहली की लीडरशिप के तरीके में चाहे जमीन-आसमान का अंतर हो लेकिन शास्त्री पर दोनों एकमत हैं। कोहली ने शास्त्री के बारे में कहाकि वह काफी अच्छे व्यक्ति हैं और खिलाड़ी उनका सम्मान करते हैं। जब वे कुछ कहते हैं तो सभी सुनते हैं। उनके चलते खिलाडियों का आत्मविश्वास भी बढ़ा है। वहीं धोनी का इस बारे में कहना है कि यदि कुछ समय तक कोच का पद खाली रहता है तो कोई दिक्कत नहीं। इसे केवल इसलिए नहीं भरना चाहिए कि पद खाली पड़ा है तो भर दो।