टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत इतनी खराब रही कि कहीं से लगा ही नहीं की यह टीम वर्ल्ड कप जीतने के काबिल भी है। विश्व का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ी क्रम ऐसे ढहा मानों कोई नई नवेली टीम क्रिकेट में डेब्यू कर रही हो।
कप्तान विराट कोहली (18) से लेकर रोहित शर्मा (2), शिखर धवन (2) कोई खास कमाल नहीं दिखा सके। नंबर चार पर आजमाए गए केएल राहुल (6) पहले ही मोर्च पर विफल साबित हुए। अनुभव के बलबूते टीम में चुने गए दिनेश कार्तिक (4) भी टीम को मंझदार में छोड़कर चले गए।
टीम ने शुरुआती तीन विकेट मात्र 24 रन पर ही खो दिए। पहला विकेट गिरा 3 पर (रोहित), दूसरा 10 पर (धवन) और तीसरा 24 के स्कोर पर (राहुल)। ये तीनों विकेट गए ट्रेंट बोल्ट के खाते में। इस मैच में बोल्ट जबरदस्त लय में दिखाई दिए। शुरुआती पांच ओवरों में उन्होंने एक ओवर मेडन फेंका और मात्र 20 रन खर्च करते हुए तीन भारतीयों को अपना शिकार बनाया।
इन सभी में ऑल राउंडर हार्दिक पांड्या ने थोड़ा संघर्ष किया लेकिन वह अपनी पारी को लंबा परवान नहीं चढ़ा पाए। पांड्या ने 37 गेंदों का सामना करते हुए अपनी पारी में छह चौके लगाए।