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विश्व विजेता टीम के खिलाड़ी बलविंदर सिंह संधू हैं खफा
कोच रवि शास्त्री के नेतृत्व वाली टीम ने यशपाल के प्रति सम्मान जाहिर करने में देरी नहीं लगाई जबकि राहुल द्रविड़ के कोच वाली सीमित ओवरों की टीम ने पिछले दोनों वनडे में उन्हें नजरअंदाज किया। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य बलविंदर सिंह संधू इस बात से निराश हुए।
कीर्ति आजाद ने भी जताई निराशा
संधू ने कहा, यह देखना निराशाजनक है कि एक टीम आर्मबैंड पहन रही है, जबकि दूसरी टीम नजरअंदाज कर रही है। यह दोनों ही भारतीय टीम है और दोनों को इसे पहनना चाहिए था। भारतीय क्रिकेट जीवित है क्योंकि पूर्व क्रिकेटरों ने योगदान दिया है और यशपाल ने 1983 की जीत में अहम योगदान दिया था। यशपाल के साथी खिलाड़ी कीर्ति आजाद ने भी इस बात पर निराशा जताई।
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यशपाल के एक महान क्रिकेटर हैं
आजाद ने कहा, भारतीय सीमित ओवरों की टीम के स्पोर्टिग आर्मबैंड नहीं पहनने से मैं स्तब्ध हूं। यशपाल एक महान क्रिकेटर थे। कोई इतना असंवेदनशील कैसे हो सकता है। मुझे सबसे ज्यादा आश्चर्य हुआ कि द्रविड़ जैसे शख्स के नेतृत्व वाली टीम ने ऐसा नहीं किया।