अय्यर ने संवाददाताओं को इसकी जानकारी देते हुए कहा कि टीम मैनेजमेंट ने उन्हें कहा है कि आगे से भी वही नंबर चार पर बल्लेबाजी करेंगे। इसलिए खुद पर भरोसा रखें। अय्यर ने कहा कि चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए खुद को साबित करने के लिहाज से उनके लिए पिछली कुछ सीरीज सच में बेहद अहम रहीं। उन्होंने बताया कि इस नंबर के लिए हम सभी प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
अय्यर ने कहा- उनकी खुद से प्रतिस्पर्धा है
अय्यर ने कहा कि यह स्थान अहम है। अगर विराट कोहली और रोहित शर्मा जल्दी आउट हो जाते हैं कि तो इस स्थान पर एक ऐसा बल्लेबाज चाहिए जो पिच पर आखिर तक रुक सके। उन्होंने नागपुर में यही करने की कोशिश की और यह उनके लिए अच्छा रहा। जब उनसे पूछा गया कि अगले साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्व कप के लिहाज से उनकी यह पारी कितना अहम रही, क्योंकि टीम में इस स्थान के लिए काफी प्रतिस्पर्धा है तो उन्होंने माना कि निश्चित तौर पर टीम में काफी प्रतिस्पर्धा है। लेकिन अपनी प्रतिस्पर्धा किसी और से होने की बात को नकार दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि उनकी प्रतिस्पर्धा खुद से है। वह नहीं चाहते कि उनका आकलन किसी और के साथ किया जाए।
बता दें कि कुछ समय पहले तक भारतीय टीम में नंबर चार का स्पॉट मैजिकल चेयर की तरह बन गया था। केएल राहुल, विजय शंकर, ऋषभ पंत, मनीष पांडेय समेत कई खिलाड़ी इस स्थान पर आजमाए गए, लेकिन कोई भी इस स्थान पर टिक कर नहीं खेल पाया। पिछले कुछ समय से नंबर चार पर बल्लेबाजी कर रहे अय्यर ने स्थायित्व भरा प्रदर्शन किया है। लेकिन वह टीम की जरूरत के हिसाब से किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी करने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि वह खुले दिमाग के हैं और किसी भी नंबर पर खेल सकते हैं। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों में भी वह खुद पर भरोसा रखते हैं और नागपुर टी-20 की पारी दिखाती है कि वह दबाव में भी खेल सकते हैं।