गलती बताने वाला कोई नहीं
दरअसल इस मैच में पहली पारी के दौरान विराट ने चेतेश्वर पुजारा को रनआउट करा दिया था। जिसके बाद बारिश के चलते खेल रुक गया था। इस दौरान मांजरेकर से इस रनआउट के बारे में पुछा गया तो उन्होंने कहा आप अगर इस रनआउट को गौर से देखेंगे तो समझ आ जाएगा के पुजारा चाह कर भी विराट को मना नहीं कर पाए। टीम में कई फैसले विराट अकेले ही ले लेते हैं और अन्य खिलाड़ियों को इसके बारे में कुछ पता नहीं होता। मांजरेकर की इस बात से दादा ने भी सहमति जताई थी। हर टीम में 4-5 ऐसे खिलाड़ी होते हैं तो कप्तान को सलाह देते हैं और उन्हें मैदान पर गलतियां करने से रोकते हैं। मौजूदा भारतीय टीम में ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं दिखता जो कोहली के गलत फैसले पर रोक-टोक कर सके। कभी-कभार मैदान पर कप्तान कुछ फैसले गलत ले लेते हैं ऐसे में उन्हें समझाने वाला कोई फील्ड पर होना चाहिए।
टीम के लिहाजे से ये ठीक नहीं
टीम में कोहली की दबंगई का मांजरेकर ने एक उदाहरण भी दिया। उन्होंने बताया आईपीएल के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर के बीच मैच खेला जा रहा था। इस मैच में जड़ेजा कोहली को आउट कर जश्न मानाने लगे तभी कोहली ने जड़ेजा को पलट कर देखा और जड़ेजा ने जश्न मनाना बंद कर दिया। टीम के माहौल के हिसाब से ये अच्छी बात नहीं है। बता दें कोहली से मतभेद के चलते पूर्व दिग्गज कप्तान और कोच अनिल कुंबले ने कोच पद से इस्तीफा दे दिया था।