कई मामलों में मुकदमा दर्ज़ –
जी हां! हरमनप्रीत कौर अपनी स्नातक की फर्जी डिग्री के चलते लगातार सुर्ख़ियों में बानी हुई हैं। इस मामले में पंजाब और हरियाण हाईकोर्ट में दो वकीलों ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज़ कर दिया है। हरमन ने इस मामले में अभी मीडिया से बात करने से मना कर दिया है। दिनेश कुमार जांगरा और विकास मालिक नाम के दो वकील ने हरमन के ऊपर कागजों में हेराफेरी, नकली दस्तावेजो का प्रयोग और जालसाजी जैसे कई आरोप लगाए हैं। हरमन पर धरा 420-हेराफेरी , कागजों में हेराफेरी का मामला, 467-जालसाजी, 471-जाली या नकली दस्तावेजों के साथ नौकरी पाना और 472- नकली दस्तावेजो का प्रयोग जैसे आरोप लगाए हैं।
चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में कोई रिकॉर्ड नहीं –
विश्व कप 2017 के सेमीफाइनल मुकाबले में हरमनप्रीत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 171 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इस पारी के बाद उनकी तुलना भारत को पहला विश्वकप जितने वाले दिग्गज आलराउंडर कपिल देव से होने लगी थी। लेकिन अब इस मामले के चलते हरमनप्रीत लगातार विवादों में है। बता दें पहले खबर आई थी के पंजाब सरकार उन्हें बड़ा झटका दे सकती है। कुछ मीडिया रिपोर्ट का कहना था के पंजाब सरकार उनसे डीएसपी का पद वापस ले सकती है और उन्हें कॉन्स्टेबल बना सकती है। हरमनप्रीत पर आरोप था के उन्होंने सरकारी नौकरी पाने के लिए चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ के नाम की फर्जी ग्रेजुएशन की डिग्री जमा की थी। इस मामले में पंजाब पुलिस ने यूनिवर्सिटी के विजिलेंस विभाग से गोपनीय जांच कराई थी। इस जांच के दौरान सामने आया कि हरमनप्रीत कौर की ग्रेजुएशन की डिग्री का चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ में रिकॉर्ड नहीं है। खैर अभी इस मामले में पंजाब पुलिस ने कोई बयान नहीं दिया है।