आज के ही दिन विराट उस समय दिल्ली और कर्णाटक के बीच रणजी मैच खेल रहे थे। मैच के तीन दिन ही पूरे हुए थे। उस समय 18 साल के कोहली 40 रन बनाकर नाबाद थे। विराट पर एक बड़ी जिम्मेदारी थी क्योंकि उनकी टीम को फॉलोअन टालने के लिए उन्हें 192 रन की दरकार थी।
लेकिन अगले दिन यानि 19 दिसंबर को कोहली के लिए सबसे बुरा दिन था। वह इसलिए क्योंकि आज के दिन विराट के पिता का देहांत हो गया था। विराट सुबह अपने पिता का अंतिम संस्कार करके मैदान पर लौटे क्योंकि टीम को उनकी जरूरत थी।
ऐसा कहते हैं कि विराट कोहली ने उस दिन मैदान पर किसी से बात नहीं की और टीम के लिए शानदार 90 रन बनाए।
ऐसा कहते हैं कि विराट कोहली ने उस दिन मैदान पर किसी से बात नहीं की और टीम के लिए शानदार 90 रन बनाए।