जीत की ओर था हमारा ध्यान –
विराट ने कहा कि दो मैचों के बाद यह मुश्किल था। लेकिन हमारी सोच थी कि हमें किसी भी कीमत पर मैच जीतना है। दो मैच हारने के बाद किसी को हमारे ऊपर विश्वास नहीं था। लेकिन हमें खुद पर विश्वास था। कप्तान ने कहा कि कोच और टीम प्रबंधन को खुद पर विश्वास था। हम किसी भी चीज को लेकर चिंतित नहीं थे। इसलिए हमारा ध्यान केवल इस बात पर था कि हम जीत सकते हैं।
अपने फैसलों पर भी बोले कोहली –
दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जोहान्सबर्ग में तीसरे टेस्ट में भारत ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। भारत के इस फैसले की कई क्रिकेट विशेषज्ञों ने आलोचना की थी। विराट ने कहा कि निश्चित रूप से यह फैसला मुश्किल था क्योंकि विकेट कुछ अलग तरह का ही खेल रही थी। लेकिन मेरा मानना था कि टेस्ट क्रिकेट में सब कुछ होता है और हमारा ध्यान अपने लक्ष्य पर था। हम कहीं भी डरे हुए नहीं थे। एक टीम के रूप में हमें चीजों को दूसरे नजरिये से भी देखना होता है। टीम का विश्वास था कि यह फैसला हमारे लिए सही है।
इस टूर पर भारत ने रचा था इतिहास –
भारत ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर तीसरा टेस्ट 63 रन से जीता था और 1-2 से सीरीज की समाप्ति की थी। लेकिन इसके बाद वनडे और टी-20 सीरीज जीतकर इतिहास रचा था। उन्होंने कहा कि क्रिकेट में कुछ भी करने का एक ही तरीका नहीं होता है। आपके अपने भी तरीके होते हैं और अगर आप उस पर भरोसा रखते हैं तो आप उसमें सफल हो सकते हैं।