वहीं, भारत के पूर्व कोच वेंकटेश प्रसाद का मानना है कि भारतीय टीम में अब बड़े बदलाव का वक़्त आ गया है। वेंकटेश ने कहा कि टीम मैनेजमेंट को अब कड़े फैसले लेने की जरूरत है। वेंकटेश ने ट्वीट कर लिखा, ‘भारत दुनिया भर में इतने सारे क्षेत्रों में इनोवेट कर रहा है, लेकिन जब सीमित ओवरों का क्रिकेट खेलने की बात आती है तो हमारा नजरिया एक दशक पुराना है। 2015 विश्व कप के पहले दौर से बाहर होने के बाद इंग्लैंड ने कठिन फैसले लिए और एक शानदार टीम बन गई। भारत को भी अब कड़े फैसले लेने की जरूरत है।’
एक अन्य ट्वीट में तेज गेंदबाज ने लिखा, ‘भारत को दृष्टिकोण में भारी बदलाव करने की भी जरूरत है। हमने आईपीएल शुरू होने के बाद से एक टी20 वर्ल्ड कप नहीं जीता है। पिछले पांच साल वनडे में कमजोर द्विपक्षीय जीतने के अलावा हम खराब प्रदर्शन कर रहे हैं। हमने लंबे समय से अपनी गलतियों से नहीं सीखा है और सीमित ओवरों के क्रिकेट में एक रोमांचक टीम होने से बहुत दूर हैं। बदलाव की जरूरत है।’
भारतीय टीम 7 साल में पहली बार द्विपक्षीय सीरीज के लिए बांग्लादेश दौरे पर आई है। इससे पहले भारत ने साल 2015 में महेंद्र सिंह डोनी की कप्तानी में बांग्लादेश का दौरा किया था। तब मेजबान टीम ने भारत को 2-1 से हराया था। इस सीरीज में भी वही यादें ताज़ा हो गई हैं। भारत पहले दो मैच हार चुका है और तीसरा अगर जीत भी जाता है तो यह सीरीज 2-1 से बांग्लादेश अपने नाम करेगा। भारतीय टीम इस साल काफी दबाव में है क्योंकि परिणाम उसके अनुकूल नहीं रहे हैं।